उप्र : हाथी से फसल बचाने को जान जोखिम में डाल रहे किसान

अमानगढ़ वनक्षेत्र के सीमावर्ती गांव रेहड़, गादला, मकोनिया, अलीगंज, लालपुरी में इक्कड़ हाथी एक हफ्ते से अपना कहर बरपा रहा है;

Update: 2018-10-09 00:27 GMT

रेहड़-बिजनौर। अमानगढ़ वनक्षेत्र के सीमावर्ती गांव रेहड़, गादला, मकोनिया, अलीगंज, लालपुरी में इक्कड़ हाथी एक हफ्ते से अपना कहर बरपा रहा है। जंगल से निकलकर हाथी भोजन की तलाश में गन्ने व धान की फसल को रौंद रहा है। किसानों व वन विभाग की टीम ने भी हाथी को रोकने वन क्षेत्र में रोकने में नाकामयाब हो रही है। 

प्रतिदिन दर्जनों किसान व वन विभाग की टीम हाथी को रोकने के लिए शाम से ही पीलीडॉम पर डेरा डाल देती है। किसान संजय शर्मा, पूरन सिंह, गुरविंदर सिंह, टहल सिंह आदि किसानों का कहना है कि इस हाथी के डर किसान खेतों पर जाने की हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं। 

किसानों का कहना है कि इस समय गन्ने व धान की फसल पककर तैयार हो गई है। वन्यजीवों द्वारा फसल उजाड़ने पर उनको आर्थिक नुकसान हो रहा है। पीड़ित किसानों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है। 

रेंजर राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि हाथी को भगाने के लिए वन्यजीव विशेषज्ञों की राय ली जाएगी व किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा।

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