उप्र : अवैध खनन के खिलाफ किसानों का अनशन समाप्त

पेयजल संकट और केन नदी में अवैध बालू खनन के खिलाफ पिछले 6 दिनों से जारी किसानों का अनशन जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव एवं केन नदी की जलधारा में 'जल सत्याग्रह' के के बाद सोमवार को समाप्त कर दिया गया;

Update: 2019-05-20 22:42 GMT

बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिला मुख्यालय में पेयजल संकट और केन नदी में अवैध बालू खनन के खिलाफ पिछले छह दिनों से जारी किसानों का अनशन जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव एवं केन नदी की जलधारा में 'जल सत्याग्रह' के बाद सोमवार को समाप्त कर दिया गया। आंदोलन की अगली रणनीति मंगलवार को तय होगी।

किसान आंदोलन की अगुआई कर रहे बुंदेलखंड किसान यूनियन के अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने देर शाम बताया, "जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव और केन नदी की जलधारा में 'जल सत्याग्रह' के बाद अनशन फिलहाल समाप्त कर दिया गया और आंदोलन की अगली रणनीति तय करने के लिए कई सामाजिक संगठनों की मंगलवार शाम एक बैठक बुलाई गई है।" 

उन्होंने कहा, "अनशन समाप्त किया गया है, आंदोलन नहीं। किसान पेयजल की उपलब्धता और केन नदी में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।"

इस बीच 'नदी-तालाब बचाओ' आंदोलन के संयोजक सुरेश रैकवार ने ने कहा, "जलपुरुष राजेन्द्र सिंह जल्द ही बुंदेलखंड का दौरा करेंगे और वहां पानी के लिए संघर्ष कर रहे किसानों के आंदोलन की अगुआई करेंगे।"

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