उप्र : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 70 जोड़े विवाह सूत्र में बंधे

गराबी कन्याओं के विवाह के लिए प्रदेश सरकार द्वार समाज कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बुधवार को 70 जोड़े एक साथ परिणय सूत्र में बंध गए;

Update: 2018-03-21 23:31 GMT

गोण्डा। गराबी कन्याओं के विवाह के लिए प्रदेश सरकार द्वार समाज कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बुधवार को 70 जोड़े एक साथ परिणय सूत्र में बंध गए। नगर के एक पैलेस में समाज कल्याण विभाग द्वारा सात मुस्लिम समुदाय के जोड़ों तथा 63 हिन्दू समुदाय के जोड़ों सहित कुल सत्तर जोड़ों का सामूहिक विवाह कार्यक्रम बड़ी धूमधमाम से सम्पन्न कराया गया। 

प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों की बेटियों के हाथ पीले कराने के लिए समाज कल्याण विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचलित की जा रही है। जिसके तहत बुधवार को गोण्डा में सत्तर नवयुगलों का वैवाहिक कार्यक्रम पूरे रीतिरिवाज के साथ सम्पन्न कराया गया। 

सर्वजातीय विवाह कार्यक्रम का शुभारम्भ निदेशक समाज कल्याण उत्तर प्रदेश शासन जगदीश प्रसाद, जिलाधिकारी जेबी सिंह, सीडीओ दिव्या मित्तल व पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह ने दीप प्रज्‍जवलित कर किया। वर-माला पहनाने की रश्म के बाद निदेशक, जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों तथ जनप्रतिनिधियों ने नवदपत्तियों को आशीर्वाद प्रदान कर मंगलमय जीवन की कामना की। 

इस अवसर पर निदेशक समाज कल्याण जगदीश प्रसाद ने बताया कि सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पहली बार विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं को भी शामिल किया है। विवाह करने वाले हर जोड़े पर मुख्यमंत्री की ओर से 35 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक समिति गठित की गई है जो पहचान करेगी कि इस योजना का लाभ किन्हें दिया जा सकता है। इस योजना के तहत विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को भी शामिल किया जा रहा है। 

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