उड़ान योजना प्रदेश में महिला एवं बालिका स्वास्थ्य के लिए अहम : गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘आई एम शक्ति उड़ान योजना’ प्रदेश में महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण योजना बताते हुए कहा है कि इससे प्रदेश की महिलाओं और किशोरियों के जीवन में व्यापक स्तर पर बदलाव आ रहा है;

Update: 2022-10-21 04:11 GMT

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘आई एम शक्ति उड़ान योजना’ प्रदेश में महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण योजना बताते हुए कहा है कि इससे प्रदेश की महिलाओं और किशोरियों के जीवन में व्यापक स्तर पर बदलाव आ रहा है।

श्री गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास पर आई एम शक्ति उड़ान योजना की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इसे प्रदेश सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि योजना से अधिक से अधिक किशोरियों एवं महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए व्यापक स्तर पर इसके बारे में जागरूकता फैलाई जानी चाहिए। इस कार्य में स्वयं सहायता समूहों एवं स्वयं सेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सेनेटरी नैपकिन के वितरण की प्रक्रिया में समयबद्ध आपूर्ति व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिक से अधिक महिला पंच, सरपंच एवं प्रधान को योजना से जोड़ा जाए। योजना से जुडे कार्मिकों का प्रशिक्षण व आमुखीकरण लगातार आयोजित हो ताकि वे पूरी संवेदनशीलता के साथ योजना के क्रियान्वयन में अपनी भूमिका निभा सकें।

बैठक में बताया गया कि माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में आमजन को जागरूक करने एवं महिलाओं व किशोरियों को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के लिए उड़ान योजना लाई गई है। इसके द्वितीय चरण में लगभग एक लाख वितरण केन्द्रों के द्वारा 10-45 आयुवर्ग की 1.45 करोड़ महिलाओं व किशोरियों को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन देने का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अब तक एक करोड़ से अधिक महिलाओं व किशोरियों को उड़ान योजना के तहत निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन पैकेट दिए जा चुके हैं। उड़ान योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 500 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया जा चुका है। विद्यालयों, बालिका छात्रावासों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन का वितरण किया जा रहा है। वितरण प्रक्रिया के प्रभावी निरीक्षण के लिए ई-औषधी एवं शाला दर्पण पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जा रहा है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली किशोरियों और महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन का वितरण शुरू किया गया है।

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