हरियाणा में महिला किसानों को ट्रक ने कुचला
पिछले 11 महीने से 3 कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान तरह तरह विपदाएं झेल रहे हैं.. मानों किस्मत और परिस्थितियां, कोई भी उनका साथ नहीं दे रहा.. जहां बीती सर्दियों में जबरदस्त ठिठूरन से एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई तो वहीं लखीमपुर खीरी में किसानों के काफिले पर गाड़ी चढ़ा दी गई जिससे 4 किसानों की जान चली गई.. और आज सुबह बहादुरगढ़ में एक बेकाबू ट्रक ने 3 किसान महिलाओं की जान ले ली..;
पिछले 11 महीने से 3 कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान तरह तरह विपदाएं झेल रहे हैं.. मानों किस्मत और परिस्थितियां, कोई भी उनका साथ नहीं दे रहा.. जहां बीती सर्दियों में जबरदस्त ठिठूरन से एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई तो वहीं लखीमपुर खीरी में किसानों के काफिले पर गाड़ी चढ़ा दी गई जिससे 4 किसानों की जान चली गई.. और आज सुबह बहादुरगढ़ में एक बेकाबू ट्रक ने 3 किसान महिलाओं की जान ले ली..शुरूआत से ही कृषि कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन सरकार को पसंद नहीं आ रहा है और अब तो लगता है कि किस्मत भी किसान प्रदर्शनकारियों का साथ नहीं दे रही... दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ में आज की सुबह 3 महिला किसानों के लिए अंधेरा लेकर आई... एक बेकाबू डंपर ने आंदोलन स्थल से कुछ ही दूरी पर फुटपाथ पर बैठी 5 महिलाओं को रौंद दिया। इस दर्दनाक हादसे में पंजाब की रहने वाली 3 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 2 बुजुर्ग महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुई हैं। एक की हालत गंभीर होने पर उसे बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल से रोहतक PGIMS रैफर किया गया हैं। मरने वाली महिलाओं में 60 वर्षीय सिंदर कौर पत्नी भान सिंह, 58 वर्षीय अमरजीत कौर पत्नी हरजीत सिंह, 60 वर्षीय गुरमेल कौर पत्नी भोला सिंह शामिल हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल हुई महिला 60 वर्षीय गुरमेल कौर पत्नी मेहर सिंह हैं । इसके अलावा हरमीत कौर को भी चोटें आई हैं । ये सभी मानसा जिले तहसील भीखी के गांव खीवा दयालुवाला सिंह की रहने वाली हैं। हादसे को अंजाम देने के बाद आरोपी डंपर चालक मौके से फरार हो गया। हादसे का शिकार हुई इन सभी महिलाओं का टिकरी बॉर्डर से काफी पहले बहादुरगढ़ बाइपास स्थित फ्लाइओवर के नीचे कैंप था, जिसमें यह करीब 20 दिन से ठहरी हुई थीं । किसान आंदोलन के रोटेशन के हिसाब से नया जत्था एक दिन पहले ही आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंच चुका है, जिसके चलते आज उन्हें वापस अपने घर लौटना था। लेकिन दुभाग्य की बात ये है कि इन महिलाओं का मृत शरीर ही अब इनके घर लौट पाएगा.. वहीं, ट्रक से महिला किसानों को कुचलने की घटना की कांग्रेस ने निंदा की है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि, भारत माता- देश की अन्नदाता को कुचला गया है. उन्होंने कहा कि ये क्रूरता और नफरत हमारे देश को खोखला कर रही है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर मृतक महिला किसानों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं भी जताई.