त्रिपुरा : किशोर की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण
त्रिपुरा के धलाई जिले के अम्बासा में गंदाचेरा उपसंभाग में एक किशोर की हत्या के बाद जनजातीय संगठन इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के विरोध प्रदर्शन से स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है;
अम्बासा। त्रिपुरा के धलाई जिले के अम्बासा में गंदाचेरा उपसंभाग में एक किशोर की हत्या के बाद जनजातीय संगठन इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के विरोध प्रदर्शन से स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है।
एक रैली के दौरान आईपीएफटी नेताओं ने गैर आदिवासी लोगों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के साथ-साथ उन पर कई आरोप भी लगाए। रिपोर्टों के अनुसार कुछ दिन पहले 14 वर्षीय एक आदिवासी किशोर कर्णसिंह की हत्या के बाद हुई तनावपूर्ण स्थिति ने हिंसक रूप ले लिया है।
तीन अगस्त को लापता हुआ कर्णसिंह अगले दिन पास के जंगल में मृत अवस्था में मिला था।
आईपीएफटी ने किशोर के कातिलों को कठोर दंड और किशोर के परिजनों को दस लाख रुपये की राहत राशि देने की मांग करते हुए आज एक जुलूस निकाला। पुलिस ने हत्या के सम्बन्ध के शक में सिशु रंजन सरकार (40) और सुब्रत सरकार (30) को गिरफ्तार किया था।
उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आईपीएफटी हालांकि स्थिति का फायदा उठाते हुए मामले को संप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा है।
पुलिस प्रशासन ने तनाव कम करने के लिये हालांकि अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है लेकिन विपक्षी आईपीएफटी ने कातिलों के सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई-एम) से सम्बन्ध होने के कारण पुलिस पर उन्हें बचाने का आरोप लगाकर पुलिस के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है।
इसके बाद आईपीएफटी ने निष्पक्षता से जांच करके 24 घंटों के अन्दर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया था। गंदाचेरा थाना प्रभारी जाहर लाल देवबर्मा ने कहा कि कातिलों को पकड़ने के लिये पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।