टीएमसी नेता शांतनु सेन का बीजेपी पर हमला, कहा- उनकी राजनीतिक शाखा है सीबीआई

कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची ममता सरकार को झटका लगा। सुप्रीम कोर्ट ने संदेशखाली मामले में सीबीआई जांच पर रोक लगाने की राज्य सरकार की याचिका को खारिज कर दिया;

Update: 2024-07-08 23:24 GMT

नई दिल्ली। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची ममता सरकार को झटका लगा। सुप्रीम कोर्ट ने संदेशखाली मामले में सीबीआई जांच पर रोक लगाने की राज्य सरकार की याचिका को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टीएमसी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. शांतनु सेन ने प्रतिक्रिया दी। 

शांतनु सेन ने कहा, ''इसमें खुश होने की कोई वजह नहीं है। यह तो सभी जानते हैं कि सीबीआई भाजपा की राजनीतिक शाखा है। सीबीआई भाजपा के लिए काम करती है। इससे पहले सीबीआई एक भी केस नहीं सुलझा पाई है।''

टीएमसी नेता ने आगे कहा कि अगर कोई भाजपा से जुड़ा है तो उसे जांच के दायरे में नहीं लाया जाता और जहां तक संदेशखाली की घटना का सवाल है, हम भाजपा मंडल अध्यक्ष गंगाधर कोइल की बात नहीं कर रहे हैं, जिन्होंने खुद कहा है कि संदेशखाली में फंसाने के लिए सफेद पेपर पर हस्ताक्षर ले लिए गए, ताकि झूठे केस में फंसाया जा सके।

उन्होंने कहा कि जहां तक तृणमूल कांग्रेस का सवाल है, शिबू हाजरा हो या शेख शाहजहां, जो भी तृणमूल से जुड़ा है। अगर वे अपराध में शामिल हैं तो हमारी सरकार उन्हें गिरफ्तार करती है। वहीं, अगर भाजपा की बात करें तो वह जेल से रिहा होने के बाद बिलकिस बानो मामले के दोषियों को माला पहनाते हैं। बृज भूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप हैं, लेकिन उनके बेटे को सांसदी का टिकट दिया जाता है। अमित मालवीय की बात करें तो उन पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। टीएमसी जीरो टॉलरेंस के तहत काम करती है। जो बीजेपी नहीं करती है।

बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई हुई। कलकत्ता हाई कोर्ट ने संदेशखाली मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया था, जिसे लेकर पश्चिम बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी।

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