थायराइड जांच मशीन बिगड़ी, मरीज परेशान
सिम्स की थायराइड मशीन पिछले 4 दिनों से खराब है जिसकी वजह से सिम्स में थायराइड जांच के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। .....;
बिलासपुर। सिम्स की थायराइड मशीन पिछले 4 दिनों से खराब है जिसकी वजह से सिम्स में थायराइड जांच के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। सिम्स के बायोकेमिस्ट्री की थायराइड मशीन के खराब होने से मरीज परेशान हो रहे हैं जिससे सिम्स में थायराइड जाने के लिए आने वाले मरीजों को निजी हास्पिटल का सहारा लेना पड़ रहा है।
सिम्स के बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के थायराइड जांच सेंटर में 4 दिनों से मशीन के खराब होने से मरीज भटक रहे हैं। कुछ मरीजों ने बताया कि यहां जांच नहीं हो पा रही है। जिससे वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं ज्यादातर मरीज निजी सेंटरों में ज्यादा फीस देकर थायराइड की जांच करा रहे हैं। थायरोक्सिन हार्मोन की कमी के कारण उत्पन्न हो सकता है। थायरोक्सिन की आवश्यक मात्रा से अधिक उत्पत्ति होने से हायपर-थाईराईजिज्म की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे अचानक वजन कम होने लग जाता है।
थाइयाईड से पीड़ित रोगी को सामान्य से अधिक ठंड लगती है। जबकि हायपर थायराईडिज्म से पीड़ित व्यक्ति को अधिक गर्मी लगती है साथ ही पसीना भी अधिक आता है। इसके अलावा भी कुछ अन्य लक्षण है जैसे त्वचा का रुखा होना, हाथों का सून्न हो जाना आदि हार्ट की गति में अचानक परिवर्तन की थायराइड से संबंधित समस्या है। तीव्र हृदयगतिके कारण अचानक रक्तचाप बढ़ जाता है तथा रोगी की धड़कन बढ़ने की समस्या बढ़ जाती है। थायराइड का प्रभाव शरीर के लगभग सभी अंगों पर होता है।