राज्य सरकार ने आपदा राहत के लिए केन्द्र से मांगे 966 करोड़ रुपये
राज्य सरकार ने राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के चलते राहत कार्य के लिए केन्द्र सरकार के आपदा राहत कोष से 966.51 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि मुहैया कराने की मांग की है;
जयपुर। राज्य सरकार ने राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के चलते राहत कार्य के लिये केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से 966.51 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि मुहैया कराने की मांग की है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ितों को जल्द राहत पहुंचाने के लिये केन्द्र को भेजे जाने वाले अंतरिम ज्ञापन को आज स्वीकृति दे दी। श्री गहलोत ने राज्य के आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के अधिकारियों को भारी वर्षा, जल-भराव एवं बिजली गिरने से मानव जीवन, पशुधन, आवासीय भवनों, मवेशियों के ठिकानों, निजी एवं सार्वजनिक परिसम्पतियों, सड़कों, बांधों आदि को हुए वास्तविक नुकसान का जल्द आकलन करने के निर्देश दिए हैं, ताकि एनडीआरएफ से अतिरिक्त सहायता के लिए अंतिम ज्ञापन तैयार किया जा सके।
आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग द्वारा तैयार अंतरिम ज्ञापन में सर्वाधिक राशि सड़कों, पुलों और शहरी क्षेत्रा में क्षतिग्रस्त ड्रेनेज की मरम्मत, फसलों और भूमि कटाव से हुए नुकसान के मुआवजे तथा बिजली आपूर्ति में सुधार कार्यों के लिए मांगी गई है। साथ ही, बारिश और इससे जुड़े हादसों से जान-माल, पशुधन, फसलों और अन्य परिसम्पतियों को हुए नुकसान के आकलन के लिए सर्वे और गिरदावरी करवाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मानसून के दौरान राज्य के कई जिलों में हुई भारी वर्षा से बाढ़ जैसी स्थिति बनी और आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। वर्षा-जनित आपदा के कारण अभी तक 59 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है जबकि भारी संख्या में आवासीय भवनों, मवेशीस्थलों , निजी एवं सार्वजनिक परिसम्पतियों, सड़कों, बांधों आदि को क्षति हुई है। काफी संख्या में पशुधन और फसलों को भी नुकसान हुआ है, जिसके लिए प्रभावित लोगों को एनडीआरएफ नोर्म्स के तहत तत्काल राहत एवं सहायता राशि और मुआवजा दिया जाना अपेक्षित है। इसके लिए केन्द्र की ओर से अन्तर-मंत्रालय दल भी सितम्बर के पहले सप्ताह में राजस्थान का दौरा कर चुका है।