ढेलवाडीह खदान में गिरी छत, माइनिंग सरदार का काटना पड़ा पैर
एसईसीएल की ढेलवाडीह खदान में रूफ फॉल (छत गिरने) की घटना में दो कर्मी बुरी तरह घायल हुए हैं;
केरियर कर्मी की हालत भी गंभीर
कोरबा-कटघोरा। एसईसीएल की ढेलवाडीह खदान में रूफ फॉल (छत गिरने) की घटना में दो कर्मी बुरी तरह घायल हुए हैं। घायलों में शामिल माईनिंग सरदार का एक पैर काटना पड़ा है। घटना से खदान कर्मी की सुरक्षा के प्रति लापरवाही भी उजागर हुई है।
जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार 2 मार्च की रात करीब 9 बजे एसईसीएल कोरबा क्षेत्र की भूमिगत खदान में घटित हुई जब कर्मचारी अपने शिफ्ट में काम पर लगे हुए थे। बताया गया कि माईनिंग सरदार विपिन बिहारी चन्द्रा और केरियर रामकृष्ण अपने कार्य में लगे हुए थे। छत की ड्रिलिंग के दौरान माईनिंग सरदार के द्वारा निरीक्षण किया जा रहा था जबकि केरियर रामकृष्ण भी पास में ही मौजूद था।
कोयला छत की ड्रिलिंग के वक्त एकाएक छत गिरने की घटना हुई और मलबे में दोनों कर्मी दब गये। तेज धमाके के साथ हुई घटना से आसपास के अन्य कर्मियों में दहशत फैल गई और उन्होंने तत्काल मलबा हटाने के साथ अपने अधिकारियों को अवगत कराया। घायलों को तत्काल बिलासपुर अपोलो अस्पताल रिफर किया गया।
माईनिंग सरदार के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हुए हैं जिसमें उसका बायां पैर घुटने के ऊपर से काटना पड़ा। केरियर रामकृष्ण की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस घटना की खबर के बाद एसईसीएल के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं। समाचार लिखे जाने तक हादसे की सूचना कटघोरा थाना में नहीं दी गई थी। दूसरी ओर इस घटना के कारणों सहित सुरक्षा आदि की जांच के लिए डीजीएमएस द्वारा खदान का अवलोकन किए जाने की बात की जा रही है।
याद रहे एसईसीएल की खदानों में रूफ फॉल, भारी वाहनों से कुचल कर, विस्फोटक सामाग्री की जद में आने से हाल-फिलहाल कई घटनाएं हो चुकी हैं। निरंतर हो रही घटनाओं से सुरक्षा के प्रति गंभीरता बरतने की दिशा में एसईसीएल के अधिकारी अपेक्षाकृत सक्रिय नजर नहीं आ रहे। कर्मचारियों के सुरक्षा की अनदेखी किये जाने से कर्मियों में भी आक्रोश समय-समय पर देखने को मिलता है।