हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
संसद के शीतकालीन सत्र के लगातार सातवें दिन लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं चल सका;
नयी दिल्ली । संसद के शीतकालीन सत्र के लगातार सातवें दिन लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं चल सका और राफेल, कावेरी नदी पर बांध के निर्माण और आंध्रप्रदेश के विकास मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी।
पूर्वाह्न 11 बजे कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की। इसबीच कांग्रेस, तेलुगुदेशम् और अन्नाद्रमुक के सदस्य हाथों में अपनी मांगों की तख्तियां लिये अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये और जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस राफेल विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रही थी। उनकी तख्तियों पर ‘मोदी का भ्रष्टाचार सामने आ गया’ के नारे लिखे थे।
तेलुगुदेशम् के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा तथा आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत किये गये वादों को पूरा करने की मांग कर रहे थे। अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी नदी पर नये बांधों के निर्माण के विरोध में नारे लगा रहे थे। इसके जवाब में कांग्रेस और भाजपा दोनों ओर के कर्नाटक के सदस्यों ने भी मोर्चा खोल दिया और वे कावेरी पर बांध के समर्थन में तख्तियां लिये हुए थे जिनमें लिखा था कि कावेरी पर कर्नाटक का अधिकार है।
उधर प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हो गयी और वस्त्र मंत्रालय से जुड़े प्रश्नों पर वस्त्र राज्य मंत्री अजय टम्टा ने हंगामे के बीच ही उत्तर भी दिये। लेकिन भारी शोर-शराबे के कारण श्रीमती महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक एक भी दिन प्रश्नकाल नहीं हो सका है।