स्वच्छता की व्यवस्था राजनीतिक स्वतंत्रता के समान है

 केंद्रीय एम. वेंकैया नायडू ने देश में गीले और सूखे कचरे को अलग अलग संग्रहित करने की व्यवस्था का उद्घाटन करते हुए आज कहा कि समाज में स्वच्छता की व्यवस्था की राजनीतिक स्वतंत्रता के समान है;

Update: 2017-06-05 13:38 GMT

नयी दिल्ली। केंद्रीय एम. वेंकैया नायडू ने देश में गीले और सूखे कचरे को अलग अलग संग्रहित करने की व्यवस्था का उद्घाटन करते हुए आज कहा कि समाज में स्वच्छता की व्यवस्था की राजनीतिक स्वतंत्रता के समान है। 

 नायडू ने विश्व पर्यावरण दिवस पर यहां आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के स्थायी निकायों के लिए गीले और सूखे कचरे को अलग अलग संग्रहित करने के लिए अलग अलग डिब्बे जारी किए।

गीले कचरे के लिए हरे डिब्बे और सूखे कचरे के लिए नीले डिब्बे निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ दिल्ली के पांच स्थानीय निकायों उत्तरी दिल्ली नगर निगम, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और दक्षिणी नगर निगम तथा दिल्ली छावनी परिषद और नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र में सूखे और गीले कचरा संग्रहित करने के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाई गयी। कचरा प्रबंधन की नयी व्यवस्था फरीदाबाद ,गुडगांव और नौएडा में भी लागू होगी। 

स्वच्छता की व्यवस्था की महत्ता को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी स्वच्छता को राजनीतिक स्वतंत्रता के समान महत्वपूर्ण मानते थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी का स्वच्छता अभियान का जन आंदोलन है और लोगों में इसके प्रति जागरुकता आ रही है। उन्होंने कहा कि कचरे काे स्रोत पर छांटने की व्यवस्था से पर्यावरण सरंक्षण में सहयाेग मिलेगा। 

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