गरीबों के खाद्यान्न की राशि सीधे खाते में : रघुवर
झारखंड के मुख्यमंत्री कहा कि गरीबों की भलाई के लिए तय पूरी राशि उन्हें देने के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयास की बदौलत ही राशि का सीधा हस्तांतरण उनके खाते में करने की व्यवस्था शुरू हो गई है;
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि गरीबों की भलाई के लिए तय पूरी राशि उन्हें देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किये गये प्रयास की बदौलत ही राशि का सीधा हस्तांतरण उनके खाते में करने की व्यवस्था शुरू हो गई है।
श्री दास ने आज नगड़ी प्रखंड में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान्न राशि का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के शुभारंभ के बाद लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि पहले यह शिकायत आम थी कि कई जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानदार पूरा अनाज गरीबों को नहीं देते हैं।
अब गरीब के खाते में 31.60 रुपये प्रति किलो की दर से 35 किलो अनाज के लिए 1106 रुपये जमा हो जायेंगे। लाभुक स्वयं पीडीएस दुकानदार के पास जाकर इस राशि से खरीदारी कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि नगड़ी में पायलट परियोजना की शुरुआत की जा रही है। लाभुकों के खाते में पहले माह की राशि स्थानांतरित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के खाते में राशि के सीधे हस्तांतरण की व्यवस्था शुरू की गयी हैं और इसके लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। इसके नतीजे भी दिखने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था शुरू होने से एक साल में गरीबों के 225 करोड़ रुपये बिचैलियों के पास जाने से बचे है। यह राशि अब उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर खर्च की जायेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था बिचैलिया से मुक्त होगी। गरीबों को अनाज का पैसा अब सीधा उनके खाते में भेजा जायेगा।
श्री दास ने कहा कि राज्य में 11.64 लाख नकली और अवैध राशन कार्ड रद्द किये गये हैं। इससे 72 हजार टन खाद्यान्न की बचत हुई है। साथ ही 9.31 लाख नये राशन कार्ड बनाये गये हैं।
छूटे हुए लोगों को भी राशन कार्ड देने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने पीडीएस दुकानदारों से कार्यशैली सुधारने की अपील करते हुए कहा कि गरीबों को उनके हक का पूरा राशन दें नहीं तो सरकार उन्हें कहीं से भी अनाज खरीदने की छूट दे देगी।
पीडीएस दुकानदार भी अन्य किराना दुकानों की तरह बाकी जरूरत की चीजें भी बेच सकेंगे।