लिंग भेदभाव खत्म होने पर ही होगा महिलाओं का सर्वांगीण विकास

छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा जेण्डर समता प्रहरी अभियान के अन्तर्गत प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन जल संसाधन विभाग के प्रार्थना भवन में आयोजित किया गया;

Update: 2018-06-26 13:10 GMT

राज्य महिला आयोग जेंडर प्रहरी अभियान के तहत किया प्रशिक्षण का आयोजन

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा जेण्डर समता प्रहरी अभियान के अन्तर्गत प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन जल संसाधन विभाग के प्रार्थना भवन में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में 69 चयनित विद्यालय के प्रत्येक विद्यालय के 2-2 प्रशिक्षक उपस्थित थे।

इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण के दौरान शहर से लोग 25 विद्यालय के प्राचार्य भी उपस्थित थे जिनसे बिलासपुर में आयोग द्वारा आयोजित किये जाने वाले महारानी लक्ष्मी बाई की पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित वीरांगन मार्च की कार्य योजना एवं रणनीति पर चर्चा की गई।

कार्यक्रम का उद्घाटन हर्षिता पाण्डेय, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में हर्षिता पाण्डेय द्वारा जेण्डर समता पर चर्चा करते हुए बताया कि महिलाओं को सर्वांगीण विकास एवं सशक्तिकरण तब तक संभव नहीं है जब तक समाज में जेण्डर भेदभाव व्याप्त रहेगा। जेण्डर, सामाजिक एवं मानसिक बुराई है, इस बुराई को दूर करना आवश्यक है।

इसलिए आयोग द्वारा जेण्डर समता प्रहरी अभियान का संचालन किया जा रहा है। अध्यक्ष ने वीरांगना मार्च के बारे में भी चर्चा की और बिलासपुर जिले में आयोजित किये जाने वाले वीरांगना मार्च में अधिक से अधिक भागीदारी का आव्हान किया।

कार्यक्रम लगभग 69 विद्यालय के 130 प्रशिक्षक एवं वीरांगन मार्च कार्ययोजना पर चर्चा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी अभय कौशिक के साथ-साथ 25 विद्यालय के प्राचार्य भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में वीरांगना मार्च की कार्ययोजना एवं रणनीति पर चर्चा अमर जीत छाबड़ा, सदस्य छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग द्वारा की गई।

छाबड़ा द्वारा छ.ग.राज्य महिला आयोग द्वारा वर्ष 2016 एवं 2017 में रायपुर में आयोजित वीरांगना मार्च के अनुभवों को शेयर किया एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाकर प्रस्तुतिकरण दी गई। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की कार्य प्रणाली एवं जेण्डर समता प्रहरी अभियान के बारे में आर जे कुशवाहा सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के द्वारा दी गई।

कुशवाहा ने जेण्डर समता प्रहरी अभियान क्या है इसकी आवश्ययकता एवं उद्देश्य, जेण्डर भेदभाव के क्या दुष्परिणाम तथा प्रशिक्षकों की इस अभियान क्या भूमिका होगी तथा इसकी रणनीति एवं कार्ययोजना पर विस्तार से बताया गया। 

कार्यक्रम में बिलासपुर विद्यालय की ओर से ए एल सिंह चंदेल प्रोफेसर एवं एनएसएस भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आयोग की ओर से अभय देवांगन, सहायक संचालक भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रा.प्राचार्य मुकुल शर्मा द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

Tags:    

Similar News