त्रिपुरा में बीएसएफ जवानों और ग्रामीणों के बीच संघर्ष के बाद तनाव की स्थिति
त्रिपुरा के धर्मनगर शहर में कदमताला के इचइरापार इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और ग्रामीणों के बीच संघर्ष के दूसरे दिन बुधवार को भी तनाव की स्थिति बनी हुई है।;
अगरतला । त्रिपुरा के धर्मनगर शहर में कदमताला के इचइरापार इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और ग्रामीणों के बीच संघर्ष के दूसरे दिन बुधवार को भी तनाव की स्थिति बनी हुई है।
भारत-बंगलादेश की सीमा से लगे इस क्षेत्र में ग्रामीणों ने सीमा पर तैनात एक बीएसएफ जवान पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। बीएसएफ ने इस आरोप को खारिज करते हुये कहा है कि जवानों ने सीमा से लगे क्षेत्र में लोगों की एक संदिग्ध गतिविधि को विफल कर दिया है।
दोनों पक्षाें ने पुलिस में अपनी-अपनी तरफ से प्राथिमिकी दर्ज कराई है लेकिन अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। रिपोर्ट के अनुसार इस बीच बीएसएफ के अधिकारियों ने जवान पर लगे आरोपों की आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सोमवार की रात जब एक महिला (40) अपने घर के पीछे गई थी तब बीएसएफ के एक जवान ने कथित तौर पर उसका हाथ खींचकर उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की।
इसके बाद जब स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू किया तब बीएसएफ जवानों के एक समूह ने आकर उनके साथ मारपीट की और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़े। इस दौरान कमालुद्दीन, मासूक मियां और मुस्लिमा बेगम गंभीर रूप से घायल हो गये।
इसके बाद पुलिस ने इन तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना के बाद आसपास के गांवों में तनाव की स्थिति है और यहां के लोगों ने बीएसएफ के जवानों पर अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
इस बीच बीएसएफ ने कहा है कि पूरी घटना साजिश के तहत रची गई थी और वास्तव में क्षेत्र के कुछ लोग बंगलादेश में मवेशियों की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।