तेलंगाना : टीआरएस ने मुनुगोड़े उपचुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ चार्जशीट जारी की
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने शनिवार को देश को बुरी तरह विफल करने और तेलंगाना के प्रति उदासीन रवैये के लिए भाजपा के खिलाफ 'चार्जशीट' जारी की;
हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने शनिवार को देश को बुरी तरह विफल करने और तेलंगाना के प्रति उदासीन रवैये के लिए भाजपा के खिलाफ 'चार्जशीट' जारी की। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री के. टी. रामा राव (केटीआर) ने मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले चार्जशीट जारी की।
मंत्री ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर उसके असफल वादों और घोर झूठ को कहा।
चार्जशीट में कई समसामयिक मुद्दों का जिक्र करते हुए केटीआर ने केंद्र में सत्ताधारी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि टीआरएस समाज के विभिन्न पीड़ित वर्गो की ओर से आरोपपत्र दाखिल कर रही है।
टीआरएस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछले आठ वर्षो में तेलंगाना को एक रुपया भी आवंटित नहीं किया है।
केटीआर ने कहा, "हम पिछले आठ वर्षो में किए गए विकास दिखाकर वोट मांग रहे हैं और वादा कर रहे हैं कि अगर हम जीत गए तो हम मुनुगोड़े के लिए क्या करेंगे। इसके विपरीत, भाजपा व्यक्तिगत गालियों का सहारा ले रही है और हमारे माननीय मुख्यमंत्री पर अपमानजनक टिप्पणी कर रही है।"
चार्जशीट में कहा गया है कि मुनुगोड़े में फ्लोराइड पीड़ितों की दुर्दशा से भाजपा विचलित नहीं हुई और न ही उन्होंने बुनकरों की आजीविका की रक्षा की। यह केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का तेलंगाना के प्रति घोर अन्याय है।
दस्तावेज में आम लोगों पर दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों के प्रभाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित किसान विरोधी नीतियों के कृषि क्षेत्र के लिए मौत की घंटी बजने पर भी प्रकाश डाला गया है।
13 पन्नों के दस्तावेज में यह भी विस्तार से बताया गया है कि कैसे केंद्र की भाजपा सरकार और कुछ भाजपा शासित राज्यों ने पिछड़े वर्गो को धोखा दिया। यह इस बारे में भी बताता है कि कैसे भाजपा ने देश के नागरिकों को गुमराह किया और कैसे उन्होंने देश के युवाओं को बेवकूफ बनाया और किस तरह उन्होंने तेलंगाना के छात्रों के साथ भेदभाव किया।
केटीआर ने कहा कि भाजपा ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और कई नवरत्न और मिनीरत्न कंपनियों को बेचा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत तीन गुना कर दी है, जिससे करोड़ों भारतीयों का जीवन दयनीय हो गया है।
मंत्री ने भाजपा पर अपने 'कॉर्पोरेट मित्रों' को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया।
केटीआर ने कहा, "एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉर्पोरेट घरानों के 11.5 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए, जबकि दूसरी ओर, वह गरीबों को दी जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं को मुफ्त की रेवड़ी बता रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 67 वर्षो में सभी प्रधानमंत्रियों ने कुल मिलाकर 55.97 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया है, जबकि खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने सिर्फ 8 वर्षो में 110 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।
केटीआर ने मुनुगोड़े के मतदाताओं से भाजपा के 'जुमले' और 'झूठ' से अवगत होने की अपील की है और मतदाताओं से आगामी उपचुनाव में भगवा पार्टी को दंडित करने को कहा है।