सेम्हरतरा पहुंची दिल्ली से 37 असिस्टेंट सेक्शन अफसरों की टीम
जिले में सेम्हरतरा-पीपरछेड़ी का बड़ा नाम है;
राजिम। जिले में सेम्हरतरा-पीपरछेड़ी का बड़ा नाम है। दोनों गांव मिलकर एक पंचायत हैं। ओडीएफ के मामले में नंबर वन है। स्वच्छता अभियान के मामले में भी सबसे आगे है। इस गांव में पहले भी जिले के प्रभारी मंत्री, कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ, ब्लॉक के सीईओ सहित दिल्ली से कई बड़े ऑफिसर भी यहां पहुंच चुके हैं।
सभी अधिकारी गांव के गलियों में घूमे। गांव की तस्वीर देखकर न केवल प्रसन्न हुए, बल्कि यहां के युवा सरपंच रोहित साहू के लगन और इन दोनों गांव के प्रति उनके समर्पित भावना की भरपूर तारीफ भी की। गांव के एक-एक लोगों से अफसरों ने पूछताछ किया। हर किसी ने सरपंच के कार्यों को बहुत शानदार बताया। महिलाएं तो एक कदम आगे बढ़कर सरपंच के द्वारा गांव के लिए किए जा रहे कार्यों की न केवल जमकर तारीफ किया, बल्कि सरपंच के साथ कदम से कदम मिलाकर सफाई अभियान में साथ भी दे रही हैं। दो दिन पहले की बात है यहां भारत सरकार केन्द्रीय सचिवालय सेवा के 37 असिस्टेंट सेक्सन अफसरों की टीम दिल्ली से पहुंची। अफसरों की यह टीम तीन दिन गांव में रूककर शासन द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों से न केवल जानकारी लिया, बल्कि गांव में किए जा रहे विकास कार्यो को लेकर ग्रामीणों से सवाल भी किए।
दिल्ली से पहुंचे अफसरों की टीम जब गांव का भ्रमण किया, तो देखा कि यहां बिजली, पानी और सड़क की काफी अच्छी व्यवस्था है। इस संबंध में सरपंच रोहित साहू से पूछा कि गांव में सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनवाने के पीछे क्या कारण है? सरपंच का जवाब था कि सार्वजनिक शौचालय बनाने के पीछे राज यही है कि बाहर से आने वाले मेहमान अथवा बाराती, शादी समारोह में शामिल होने वाले लोग, सगाई, चौथिया, बारात में आने वाले तालाब की ओर जाते हैं।
वे तालाब की ओर न जाए। गंदगी न फैलाएं। यही सोच रखते हुए स्वच्छ भारत अभियान के तहत उन्होने गांव में स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए इसका निर्माण कराया है। अफसरों की टीम सरपंच के इस सोच से काफी खुश नजर आए। कहा कि सरपंच की सोच काबिले तारीफ है, जिन्होने गांव में सुलभ बनवाकर स्वच्छ भारत मिशन की कल्पना को साकार किया। भ्रमण के दौरान अफसरों ने साफ-सफाई व गांव के खुशनुमा वातावरण को देखकर प्रसन्नता जाहिर किया।
गांव में बने गार्डन को देखा कि यहां एक से बढ़कर एक फलदार-छायादार पौधे लगे हुए हैं। दिल्ली से पहुंचे अफसरों के अलावा भ्रमण के दौरान एलके शर्मा, देवेन्द्र यादव, जनपद पंचायत के अतिरिक्त सीईओ दिनेश सोनी, सरपंच रोहित साहू, उपसरपंच बेदन बाई साहू के अलावा आसपास के गांव जेंजरा की सरपंच नीलेश्वरी साहू, कुम्ही की सरपंच रेणुका साहू, बोरसी की सरपंच शकुन साहू, धमनी के सरपंच रामकली ध्रुव, बेलर की सरपंच अनिता साहू, सुंदर साहू, देवानंद साहू, महेश्वरी साहू, सावित्री साहू, कांति साहू, सुकलाल सेन, घासिन साहू, संतोषी बाई, लीला बाई, गंगा बाई, कौशिल्या बाई, तुकेश साहू, निर्मला साहू, टोमिन बाई, गीता साहू, गोदावरी बाई, बेदुबाई, हीरा बाई, लिेलश्वरी, इंदुबाई, बोध बाई, मिथला, कुंती, सुखबती, धानबाई, मौजूद रहे।