तमिलनाडु : स्टालिन ने पहली कैबिनेट बैठक में कड़े लॉकडाउन की सख्त जरूरत बताई
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक में मंत्रियों और अधिकारियों से कोविड-19 वायरस के फैलाव को रोकने के लिए राज्य में सख्त तालाबंदी लागू करने का आह्वान किया;
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक में मंत्रियों और अधिकारियों से कोविड-19 वायरस के फैलाव को रोकने के लिए राज्य में सख्त तालाबंदी लागू करने का आह्वान किया। स्टालिन ने अपने कैबिनेट सहयोगियों को उन्हें आवंटित जिलों में शिविर लगाने और सख्त लॉकडाउन के निष्पादन को सुनिश्चित करने की सलाह दी। कैबिनेट ने संकल्प लिया कि जब तक 10 से 24 मई तक राज्य में सख्त तालाबंदी लागू नहीं होती, तब तक वायरस के फैलाव को रोका नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि जिला अस्पतालों में पहुंचने वाले सभी रोगियों का इलाज बिना किसी देरी के किया जाए। बैठक में स्वास्थ्यकर्मियों और रोगियों को पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया गया।
कैबिनेट ने ऑक्सीजन की कमी की समस्या हल करने का भी संकल्प लिया। अधिकारियों से कहा गया कि ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करें और वितरण की सख्त निगरानी करें, ताकि प्राणवायु का दुपयोग न हो। कैबिनेट ने अधिकारियों से लोगों के जल्द से जल्द टीकाकरण करने की भी अपील की और टीकाकरण के बारे में जागरूकता फैलाने का संकल्प भी लिया।
कैबिनेट ने सभी कोविड-संबंधी उपायों को लागू करने के लिए स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, शहरी और ग्रामीण विकास सहित संबंधित विभागों के बीच समुचित समन्वय का संकल्प लिया।
स्टालिन ने सभी मंत्रियों को विभिन्न विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने और सरकार की पहलों के उचित कार्यान्वयन के लिए समीक्षा बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया।
राज्य सरकार ने त्रिची, सलेम, मदुरै और कोयम्बटूर में निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे मरीजों को रेमिडिविर बेचना शुरू कर दिया है। कैबिनेट ने दवा की कालाबाजारी रोकने के साथ-साथ इसकी बिक्री पर नजर रखने का भी संकल्प लिया।