व्यवस्था में सुधार के लिए सुरेश प्रभु सम्मानित
केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग व नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को व्यवस्था में सुधारों के लिए गोल्डन जुबली स्कॉच चैलेंजर अवार्ड से सम्मानित किया गया;
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग व नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को व्यवस्था में सुधारों के लिए गोल्डन जुबली स्कॉच चैलेंजर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
थिंक टैंक स्कॉच ग्रुप ने यहां आज आम आदमी के जीवन पर आर्थिक घोषणापत्रों के सबसे सीधे प्रभावों पर चर्चा के लिए 55वें स्कॉच समिट- 'दि इकनोमिक मैनिफेस्टो' का आयोजन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रभु को सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त करते हुए प्रभु ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है और बेजोड़ सुधार हो रहे हैं तथा अंतर्राष्ट्रीय मंच पर हम विकास के मानक स्थापित कर रहे हैं। यह पुरस्कार महान सुधारों की दिशा में भारत के प्रयासों को मान्यता देने के लिए है। मैं यह पुरस्कार कृतज्ञता की गहरी भावना के साथ स्वीकार करता हूं।"
सम्मेलन में आर्थिक घोषणापत्रों का करीबी मूल्यांकन करने की जरूरत बताते हुए स्कॉच ग्रुप के चेयरमैन समीर कोचर ने कहा, "सरकारें चाहे केंद्र की हों या राज्य की, जिसने भी मजबूत जीडीपी विकास और मैक्रोइकनोमिक स्थिरता दी है, दोबारा निर्वाचित हुई हैं जबकि अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में कुछ खास न कर पाने वाली सरकार को मतदाताओं द्वारा खारिज कर दिए जाने की संभावना ज्यादा होती है।"
वहीं, 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एन.के. सिंह ने कहा, "चुनाव करीब आ रहे हैं और हरेक पार्टी अपने घोषणापत्र पेश करेगी और यह सिर्फ आर्थिक घोषणापत्र नहीं होगा, बल्कि समग्र होगा। अर्थव्यवस्था की प्रगति के लिए मैक्रो आर्थिक स्थिरता महत्वपूर्ण है। मौजूदा सरकार ने मैक्रो आर्थिक स्थिरता की बेहतरी की दिशा में ढेर सारा कदम उठाया है।"
सम्मेलन में उद्योग के जाने-माने अग्रणी लोग, थिंक टैंक, शिक्षाविद और केंद्र व राज्य सरकारों के अधिकारी तथा सरकारी संगठनों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।