कांग्रेस के समय सुल्तानगंज काला पानी कहलाता था : शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जिस सुल्तानगंज को कांग्रेस के समय काला पानी कहा जाता है;
रायसेन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जिस सुल्तानगंज को कांग्रेस के समय काला पानी कहा जाता है, आज उसका स्वरूप बदल गया है और अब इसे कोई काला पानी नहीं कहता है।
श्री चौहान ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान जिले के सुल्तानगंज में जनसभा को संबोधित करते यह बाते कहीं। उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज का आज जो स्वरूप दिखाई दे रहा है, वह पहले नहीं था। अंग्रेजों के जमाने से लेकर कांग्रेस के शासनकाल तक इसे काला पानी के रूप में जाना जाता था। कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी यहां नौकरी करना पसंद नहीं करता था। कारण यह था कि न यहां सड़कें थीं, न आने-जाने के साधन थे और बिजली न होने के कारण अंधेरा छाया रहता था। शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते थे।
उन्होंने कहा कि अंधेरा होने के कारण कोई बाहर निकलना पसंद नहीं करता था। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है, हमने हर घर में उजाला किया है। गांव-गांव में सड़कें बनी हैं। स्कूल बन रहे हैं। हर गांव-कस्बे में मानव जीवन के लिए जरूरी सभी प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सुल्तानगंज भी बदल गया है, अब कोई इसे काला पानी नहीं कहता है।
श्री चौहान ने कहा कि स्थानीय लोगों ने उन्हें डूब में आने वाले गांवों के बारे में बताया है। मंत्री रामपाल सिंह ने भी इसका जिक्र किया है कि सुल्तानगंज और बेगमगंज के करीब 27 गांव प्रस्तावित बांध के कारण डूब में आ रहे हैं। आप चिंता न करें, मैंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को ताकीद किया है कि एक भी गांव डूब में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे आप लोगों को उबारने के लिए मुख्यमंत्री बना है, डुबोने के लिए नहीं।
वहीं सिलवानी में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राज में प्रदेश में सिर्फ 250 कॉलेज हुआ करते थे, हमने इनकी संख्या बढ़ाकर 541 कर दी है। सिलवानी में भी एक कॉलेज खुला है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेसियों से पूछा कि उन्होंने अभी तक सिलवानी में कॉलेज क्यों नहीं खुलवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूली बच्चियों को साइकिल दिलाई, गणवेश दिलाई, किताबें दिलाई और अब कॉलेज में एडमिशन लेने पर फीस भरवाने का काम भी उन्होंने अपने हाथ में लिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी को मॉडल बना नहीं पाए, लेकिन मध्यप्रदेश में चित्रकूट मॉडल बनाने की बात करते हैं। इन्हें यह तो पता नहीं है कि गेहूं जमीन के अंदर होता है, या जमीन के ऊपर। मुख्यमंत्री ने कहा राजा-महाराजा, उद्योगपति सब मिलकर अब किसानों की बात करने लगे हैं। इसके पहले जब किसान परेशान था, तब उसकी परेशानी दूर करने नहीं आए। भाजपा सरकार ने जब किसानों की समस्याएं दूर करने के लिए योजनाओं का पिटारा खोल दिया, तो इन्हें भी किसानों की याद सताने लगी।