दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 8वीं तक के छात्रों को नहीं देनी होगी परीक्षा : शिक्षा निदेशालय
दिल्ली सरकार ने आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के आकलन के लिए बुधवार को सभी सरकारी स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी कर सामान्य परीक्षाएं लेने से मना कर दिया;
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के आकलन के लिए बुधवार को सभी सरकारी स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी कर सामान्य परीक्षाएं लेने से मना कर दिया। विद्यार्थियों का मूल्यांकन ‘‘प्रोजेक्ट’’ और ‘‘असाइमेंट’’ के आधार पर होगा।
शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी दिशा-निर्देश में साफ कहा गया है कि 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाकर परीक्षा नहीं ली जाएगी।
दिल्ली सरकार का कहना है कि जिन छात्रों के पास डिजिटल माध्यम की सुविधा नहीं हैं, उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाकर असाइनमेंट दिया जाए। असाइनमेंट के आधार पर ही बच्चों का रिजल्ट तैयार होगा।
दिशा-निर्देश के अनुसार, तीसरी से पांचवीं कक्षा तक प्रोजेक्ट पर 30 अंक, सर्दियों की छुट्टियों में दिए गए असाइनमेंट पर 30 अंक और एक से 15 मार्च के बीच दिए जाने वाले प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 40 अंक दिए जाएंगे। इसी तरह छठवीं से आठवीं कक्षा तक के लिए प्रोजेक्ट पर 20 अंक, सर्दियों की छुट्टियों में दिए गए असाइनमेंट पर 30 अंक और एक से 15 मार्च के बीच दिए जाने वाले प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 50 अंक दिए जाएंगे।
शर्मा ने कहा, ‘‘अगर किसी छात्र के पास डिजिटल उपकरण (मोबाइल/लैपटॉप) और इंटरनेट नहीं है तो कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ऐसे बच्चों के माता-पिता को स्कूल बुलाकर उन्हें प्रोजेक्ट और असाइनमेंट की हार्ड कॉपी दी जाएगी।’’