सुंदरबन के लोगों की स्थायी आजीविका के लिए कदम उठा रहे हैं : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि सरकार सुंदरबन के लोगों के लिए स्थायी आजीविका चाहती है;
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि सरकार सुंदरबन के लोगों के लिए स्थायी आजीविका चाहती है और मैनग्रोव फॉरेस्ट व जीवजंतु संपदा को संरक्षित करने के लिए कदम उठा रही है। ममता बनर्जी ने यह टिप्पणियां अपने ट्विटर हैंडल पर मैनग्रोव इकोसिस्टम संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर पोस्ट कीं।
बनर्जी ने ट्वीट किया, "हमारी सरकार सुंदरबन का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है इसके लिए सिर्फ मैनग्रोव जंगलों व जीवजंतु संपदा को संरक्षित करने के लिए नहीं, बल्कि वहां लोगों की स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है।"
पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश तक फैला सुंदरबन विश्व का सबसे बड़ा मैनग्रोव जंगल है और लुप्तप्राय रॉयल बंगाल बाघ का आश्रय है।
इसका भारतीय हिस्सा कोलकाता के नजदीक के उत्तरी 24 परगना व दक्षिण 24 परगना जिलों में स्थित है और यह 262 वर्ग किमी में है।
इस क्षेत्र ने यहां के निवासियों के जलवायु परिवर्तन से जूझने के साथ-साथ व्यक्तियों व जानवरों में संघर्ष के कारण अंतर्राष्ट्रीय ध्यान खींचा है।