कुंभ का एक ही संदेश होना चाहिए, न बंटेंगे और न बांटेंगे : चिदानंद सरस्वती

संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। 144 साल बाद महाकुंभ आया है;

Update: 2025-01-17 09:09 GMT

महाकुंभ नगर। संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। 144 साल बाद महाकुंभ आया है, इसके चलते हर कोई स्नान के लिए संगम नगरी प्रयागराज पहुंच रहा है।

इस बीच परमार्थ निकेतन के प्रमुख चिदानंद सरस्वती ने महाकुंभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि महाकुंभ में पूरी दुनिया में भव्य की झलक देखने को मिल रही है।

च‍िदानंद सरस्वती ने कहा, "कई देशों की आबादी साढ़े तीन करोड़ से कम है। लेकिन दो दिन में पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान कर लिया है। यहां सारी व्यवस्था बहुत अच्छी है। संगम का संदेश है कि यहां घाट जरूर बंटा हुआ है, लेकिन लोग नहीं बंटे हैं। सब मिलकर यहां एक साथ स्नान कर रहे हैं। मेरा मानना है कि कुंभ का एक ही संदेश होना चाहिए, न बंटेंगे और न बांटेंगे।"

उन्होंने आगे कहा, "एप्पल का फोन लेने के लिए लोग लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन आज एप्पल कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल भी साधना की लाइन में लगी हुई हैं। आप समझ सकते हैं कि सनातन में कितनी ताकत है। सनातन संस्कृति में लोगों का विश्वास बढ़ रहा है और सनातन कभी खत्म नहीं हो सकता है। बीच में कुछ अलग-अलग तरह की टिप्पणियां सामने आई थीं, तो आज यहां पर देख लिया है कि हम ‘एक हैं, सेफ हैं’ और सनातन कभी बिखर नहीं सकता, सनातन हमेशा एक रहेगा।"

च‍िदानंद सरस्वती ने कहा कि इस समय महाकुंभ के बारे में सबसे अधिक कोई जानकारी जुटा रहा है तो वह पाकिस्तान है। इसके बाद कतर, यूएई, बहरीन, सऊदी अरब का नाम है। आज पाकिस्तान भी सोचता होगा कि हम भारत से क्यों अलग हो गए।

युवाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "पहले युवा जेनरेशन भटक रही थी, लेकिन अब साधना के लिए युवा भी यहां पर आ रहे हैं। मेरे कैंप में बहुत सारे युवा आए हैं। उन्हें अंदर से जो शांति मिल रही है, वह सिर्फ महाकुंभ में ही संभव है। यहां पर महात्मा, साधु-संतों के दर्शन करने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।"

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