कुलदीप यादव: वे गेंदबाज, जिन्होंने 'डूबते' करियर के बीच खुद को फिर से किया साबित

एक दौर था, जब युजवेंद्र चहल के साथ कुलदीप यादव की जोड़ी को सभी ने काफी पसंद किया;

Update: 2025-12-13 17:45 GMT

नई दिल्ली। एक दौर था, जब युजवेंद्र चहल के साथ कुलदीप यादव की जोड़ी को सभी ने काफी पसंद किया। फैंस इन्हें 'कुलचा' के नाम से पुकारते थे। जब ये जोड़ी मैदान पर होती, तो विपक्षियों के लिए बल्लेबाजी बिल्कुल भी आसान नहीं रहती। इस जोड़ी ने अपने दम पर भारत को कई मुकाबले जिताने में मदद की, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एक मुकाबले ने इस 'चाइनामैन गेंदबाज' का नसीब ही बदल दिया।

आईपीएल 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते हुए कुलदीप यादव की ऐसी पिटाई हुई, जिसने उन्हें मैदान पर ही भावुक कर दिया था। सीजन के 35वें मुकाबले में मोईन ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पारी के 16वें ओवर में कुलदीप यादव के खिलाफ दो चौके और तीन छक्के लगाए। भले ही ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने मोईन का विकेट हासिल किया, लेकिन इसके बाद भावनाओं पर काबू नहीं रख सके।

यहां से कुलदीप यादव के लिए खराब दौर शुरू हो चुका था। उन्हें साल 2019 में वनडे फॉर्मेट में भरपूर मौके मिले, लेकिन अपने प्रदर्शन से फैंस को खासा संतुष्ट नहीं कर सके। टी20 क्रिकेट में इस मुकाबले के बाद उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। अप्रैल में खेले गए उस आईपीएल मैच के बाद कुलदीप को उस साल सिर्फ एक ही टी20 मुकाबले में मौका मिल सका। साल 2020 कोरोना की भेंट चढ़ गया, जिसमें कुलदीप सिर्फ दो ही मुकाबलों में उतर सके। साल 2021 और 2022 में उन्हें इस फॉर्मेट में दो-दो मैच में ही मौका मिल सका। टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो साल 2019 से 2022 के बीच इस गेंदबाज को सिर्फ तीन ही मुकाबलों की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली।

ये कुलदीप यादव के अंतरराष्ट्रीय करियर का सबसे खराब दौर था, जिसके बाद जब उन्हें साल 2023 में वापसी का मौका मिला, तो उन्होंने जबरदस्त वापसी की। ये 'कुलदीप यादव 2.0' थे।

साल 2023 में कुलदीप यादव जबरदस्त प्रदर्शन के साथ नए अवतार में नजर आए। साल 2023 में उन्होंने वनडे फॉर्मेट के 30 मुकाबलों में 20.48 की औसत के साथ 49 विकेट निकाले। वहीं, टी20 फॉर्मेट में उन्होंने सिर्फ 9 मुकाबलों में 14 विकेट हासिल किए।

अगले दो साल कुलदीप यादव ने टी20 फॉर्मेट के 15 मुकाबलों में 30 शिकार किए। वनडे क्रिकेट में 14 मैच खेलते हुए 23 विकेट हासिल किए। टेस्ट में साल 2024 और 2025 में कुल 9 मैच खेले। इस दौरान 42 विकेट निकाले।

इस बीच साल 2024 में इंग्लैंड ने पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा किया। कुलदीप 4 मुकाबलों में खेले, जिसमें 114.1 ओवर गेंदबाजी करते हुए 19 विकेट अपने नाम किए। इस सीरीज के साथ कुलदीप यादव ने टेस्ट फॉर्मेट में भी अपनी छाप छोड़ दी थी।

वेस्टइंडीज के विरुद्ध अक्टूबर में दो मुकाबलों की टेस्ट सीरीज में इस बाएं हाथ के गेंदबाज ने दो मुकाबलों में 12 विकेट निकाले। उनके इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया।

इसके बाद भारत ने घरेलू मैदान पर साउथ अफ्रीका के विरुद्ध 2 मुकाबलों की टी20 सीरीज को 0-2 से गंवा दिया। भले ही टीम इंडिया ने सीरीज गंवा दी, लेकिन कुलदीप यादव ने दोनों मुकाबलों में 4-4 विकेट लेकर खुद की चमक बिखेरी।

इस बीच कुलदीप चोटों से प्रभावित रहे। आईपीएल 2021 में घुटने में चोट के बाद उन्हें वापसी के लिए 6-7 महीनों का समय लगा, जबकि कमर की चोट ने भी इस बीच उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया। फॉर्म में लौटने के बावजूद उन्होंने चोटिल होने की वजह से कुछ बड़ी सीरीज मिस की। हालांकि, कुलदीप यादव कभी हार न मानने वालों में से हैं। उन्होंने शानदार वापसी के साथ यह संदेश दिया कि उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ है।

एक दुर्लभ गेंदबाज, जो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपनी शानदार छाप छोड़ रहा है। ऐसे खिलाड़ी के पास अकेले दम पर मैच जिताने की क्षमता है। यह उन्होंने कई मौकों पर साबित भी किया है। वह बल्लेबाजों के लिए अक्सर परेशानी पैदा करते हैं। बीच के ओवरों में उनकी गेंदबाजी ने टीम को संतुलन और विविधता दी है। फैंस को उम्मीद है कि कुलदीप भविष्य में भी टीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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