बदहाल कानून-व्यवस्था के खिलाफ सपा का राज्यव्यापी प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था और किसानों, युवाओं व अल्पसंख्यकों के तमाम अनेक मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी(सपा) ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था और किसानों, युवाओं व अल्पसंख्यकों के तमाम अनेक मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी(सपा) ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लखनऊ के कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। इससे कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं।
अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट के मुख्य भवन गेट पर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच सपाइयों ने बैरिकेडिंग तोड़कर परिसर में घुसने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने उनपर लाठियां भांजी। बाद में सपा महानगर व जिले के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने, सांसद आजम खां के प्रति बदले की भावना से कार्रवाई वापस लेने और सोनभद्र के उम्भा गांव में आदिवासियों के नाम जमीन आवंटित करने की मांग की गई।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, "नौ अगस्त, 1942 को ही महात्मा गांधी ने देश को 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' के साथ ही 'करो या मरो' का मंत्र दिया था। इस अगस्त क्रांति के फलस्वरूप ही 15 अगस्त, 1947 को देश आजाद हुआ था।"
भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों पर सभी 75 जिलों में सपा ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना देने के लिए कहा था, लेकिन कई जगह प्रदर्शन उग्र होते नजर आए। यह देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। सपा कार्यकर्ताओं ने बच्चियों से दुष्कर्म, हत्याओं की बाढ़, बिजली कटौती व दरों में वृद्घि, गन्ना किसानों का बकाया, गोशालाओं में गायों की मौत सहित कई मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
गोरखपुर में क्रांति दिवस पर अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करने जा रहे सपाइयों को धरने की इजाजत नहीं मिली। उन्हें पुलिस ने राजघाट के नांगलिया चौराहे पर ही रोक लिया।
वहीं पुलिस के रोके जाने से नाराज सपाई आगे बढ़ने पर अड़े रहे। पुलिस उनको हिरासत में लेकर बसों में भरती रही। इस बीच सपा कार्यकर्ताओं ने देश व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अलीगढ़ में सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका, तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। सभी को पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में रखा गया।
इटावा में पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। बलिया में नेता प्रतिपक्ष (विधानसभा) रामगोविन्द चौधरी, फतेहपुर में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, लखीमपुर में सांसद रवि वर्मा, लखनऊ में महासचिव इन्द्रजीत सरोज ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
रामपुर में विधायक अब्दुल्ला आजम खां के साथ सम्भल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, मुरादाबाद के सांसद एस़ टी़ हसन, राज्यसभा सदस्य विशम्भर प्रसाद निषाद धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए।