बंगाल, ओडिशा में सक्रिय हुआ दक्षिण पश्चिम मानसून
दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिम बगाल के पहाडी हिस्से, सिक्किम और ओडिशा के कुछ हिस्सों में सक्रिय है;
पुणे। दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिम बगाल के पहाडी हिस्से, सिक्किम और ओडिशा के कुछ हिस्सों में सक्रिय है।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिम मानसून छत्तीसगढ और झारखंड के शेष हिस्सों में, विदर्भ और बिहार के कुछ और हिस्सों में एवं पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ रहा है।
उत्तरी अरब सागर, दक्षिण गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों में तथा मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ के शेष हिस्सों में, बिहार के शेष हिस्सों में, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में अगले चार-पांच दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून के बढ़ने की स्थिति अनुकूल है।
आगामी 24 घंटे में असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में बहुत तेज तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल के पहाडी हिस्से, सिक्किम, ओडिशा, दक्षिण कोकण, गोवा और तटीय कर्नाटक में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।
राजस्थान में गरज के साथ, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है।
मानसून नहीं पहुंचने के कारण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से बहुत अधिक ऊपर था जबकि सौराष्ट्र और कच्छ में तापमान सामान्य से ऊपर था।
हरियाणा, चंडीगढ़ , दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में तथा राजस्थान के शेष हिस्सों में तापमान सामान्य से काफी नीचे था।
देश के मैदानी इलाके में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बांदा में सबसे अधिक 41़ 2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
पिछले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल के पहाडी क्षेत्र और सिक्किम, जम्मू कश्मीर,छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक और केरल के अधिकतर हिस्सों में तथा असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कोंकण, गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई स्थानों पर बारिश हुयी।
इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, पूर्व राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में तथा गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्व उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात , मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में कहीं-कहीं बारिश हुयी या फिर गरज के साथ छींटे पड़े।