सेमिनार का उद्देश्य छात्रों को भावी जीवन व कठिन विषयों के लिए तैयार करना
विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बच्चों में विषय वस्तु को कैसे रुचिकर बनाया जाए, जिससे छात्रों को सुलभता से प्राप्त कर सके और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विश्वभारती पब्लिक स्कूल;
ग्रेटर नोएडा। विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बच्चों में विषय वस्तु को कैसे रुचिकर बनाया जाए, जिससे छात्रों को सुलभता से प्राप्त कर सके और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विश्वभारती पब्लिक स्कूल ग्रेटर नोएडा में शैक्षिक सेमिनार का आयोजन किया गया।
जिसमें दिल्ली-एनसीआर के 20 स्कूलों के शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोच्चारण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। स्कूल की प्राचार्या डॉ. भावना कुलश्रेष्ठ ने सभी अतिथियों व निर्णायक का स्वागत किया और उन्होंने बताया कि छात्रों का
शैक्षिक विकास के साथ-साथ सामाजिक व मनोवैज्ञानिक विकास भी होना चाहिए। सेमिनार में शिक्षिकों ने कक्षा प्रबंधन, मंद गति अधिगम और प्रतिभाशाली अधिगम के विषय में अपने-अपने मत प्रस्तुत किए। एक शिक्षक ने छात्रों के लिए हितकारी व लाभदायक योजनाओं की जानकारी दी तो दूसरे ने मंद गति अधिगम के विषय में।
किसी ने कक्षा प्रबंधन के विषय में जानकारी दी तो किसी ने नीरस विषयों को रुचिकर बनाने की। सेमिनार का उद्देश्य था कि हम छात्रों को भावी जीवन व कठिन विषयों के लिए कैसे तैयार करे।
प्रबंधन समिति के सदस्य आर.के. हॉक, संजीव भट्ट और स्कूल सचिव एमएल. नक्कासी ने प्रस्तुतकर्ताओं की सराहना की, कि उन्होंने अत्यधिक जटिल विषयों को सरलीकृत किया और श्रेष्ठ प्रस्तुतीकरण के लिए शीतल शर्मा को अभिनव व रचनात्मक कल्पना के लिए विदुशी मान को और नवीन व रचनात्मक विचारों के लिए संध्या गजारिया को ट्रॉफी व प्रमाण पत्रों द्वारा स मानित किया। कार्यक्रम के अंत में स्कूल सचिव एमएल. नक्कासी ने निर्णायक गण एनी सिंह व डॉ. विनोद कुमार शनवाल को स्मृति चिह्न द्वारा सम्मानित किया और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।