एसईसीएल ने खदान का रॉ-वाटर बंद किया
प्रबंधन द्वारा खदान के फेस से निकलने वाले रॉ-वाटर (अनुपयोगी पानी) को नाला में छोड़ना बंद कर दिया है;
कोरबा-सुराकछार। एसईसीएल की बलगी सुराकछार परियोजना की 3-4 नंबर खदान के बंद हो जाने का हवाला देकर प्रबंधन द्वारा खदान के फेस से निकलने वाले रॉ-वाटर (अनुपयोगी पानी) को नाला में छोड़ना बंद कर दिया है। पानी बंद कर देने के कारण गोद ग्राम सुराकछार बस्ती के रहवासियों के निस्तार और मवेशियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एसईसीएल उपक्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा कोरा आश्वासन देकर पानी की सप्लाई शुरू नहीं किये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गांव की महिलाओं ने सूखा नाला में खड़े होकर सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए अपनी बातें सामने रखी है।
गौरतलब है वर्ष 2007 से 2010 के दरम्यान एसईसीएल बलगी क्षेत्र में कोयला उत्खनन पश्चात फेस बंद करने के लिए अवैधानिक रूप से डी पिलरिंग किया गया था जिसके कारण पूरे प्रभावित क्षेत्र में भू-धंसान हुआ और जल स्तर नीचे जाने के साथ ही बरसात का पानी भी दरारों से जमीन के नीचे चला जा रहा है व पानी की भारी किल्लत हो गई है।
पूर्व में खदान से अवांछित पानी को नाला में छोड़े जाने से लोगों को अपने निस्तार और पशुओं के लिए पानी मिल रहा था किंतु सुरक्षा कारणों से बलगी उपक्षेत्र के 3-4 खदान को सुरक्षा महानिदेशालय के आदेश पर बंद कर दिया गया। इसके कुछ दिनों बाद ही रा वाटर को बाहर निकालना भी बंद कर दिया गया जिससे ग्रामीणों को नई समस्या से जूझना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल की सप्लाई भी पर्याप्त नहीं की जाती और नाले में पानी नहीं छोड़े जाने से पूरे गांव वालों को भारी दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा है कि यदि एसईसीएल प्रबंधन अपने किए गए वादे से मुकरता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।