छत्तीसगढ़ के निजी कॉलेज मामले में सिंधिया बनाम कांग्रेस में वार-पलटवार

छत्तीसगढ़ के निजी चिकित्सा महाविद्यालय के सरकारी कोष से खरीदने की कथित कोशिशों के मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के बीच वार-पलटवार का दौर तेज हो गया है;

Update: 2021-07-28 00:39 GMT

भोपाल। छत्तीसगढ़ के निजी चिकित्सा महाविद्यालय के सरकारी कोष से खरीदने की कथित कोशिशों के मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के बीच वार-पलटवार का दौर तेज हो गया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्येतिरादित्य सिंधिया ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि बघेल अपने दामाद का निजी चिकित्सा महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, भूपेश बघेल अपने दामाद का निजी महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं। प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए,वो भी एक ऐसा मेडिकल कॉलेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा लगाए गए थे। कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ, इसकी परिभाषा अब साफ है।

सिंधिया के हमला के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जवाब दिया, "चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज पर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वे सब निराधार हैं। यह प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज और सैकड़ों छात्रों के भविष्य को बचाने का प्रयास हैं। इससे एक नया मेडिकल कॉलेज बनाने का समय बचेगा व हर साल प्रदेश को डेढ़ सौ डॉक्टर मिलेंगे।"

बघेल ने कहा, जहां तक रिश्तेदारी और निहित स्वार्थ का सवाल है तो मैं अपने प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि भूपेश बघेल उसके प्रति उत्तरदायी हैं और उसने हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है, सरकार में भी हमेशा पारदर्शिता ही होगी। सौदा होगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा। यह खबर कल्पनाशीलता की पराकाष्ठा से उपजा विवाद है। जिसे मैं चुनौती देता हूं। अगर जनहित का सवाल होगा तो सरकार निजी मेडिकल कॉलेज भी खरीदेगी और नगरनार का संयंत्र भी।

उन्होंने आगे कहा, हम सार्वजनिक क्षेत्र के पक्षधर लोग हैं और रहेंगे। हम उनकी तरह जनता की संपत्ति बेच नहीं रहे हैं।

सिंधिया के इस ट्वीट पर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सिंधिया का ट्वीट टैग करते हुए जवाब दिया है, पूरा देश इस परिभाषा को अच्छी तरह से जानता है कि बिकाऊ कौन है-टिकाऊ कौन है। जिन्होंने पैसा लेकर, पद की डील कर एक चुनी हुई सरकार गिरायी वो बिकाऊ।
 

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