शशिकला के पार्टी पर कब्जा करने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे: अन्नाद्रमुक
अन्नाद्रमुक ने सोमवार को कहा कि पार्टी से निष्कासित अंतरिम महासचिव वी के शशिकला के पार्टी पर कब्जा करने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे;
चेन्नई। अन्नाद्रमुक ने सोमवार को कहा कि पार्टी से निष्कासित अंतरिम महासचिव वी के शशिकला के पार्टी पर कब्जा करने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे।
अन्नाद्रमुक ने इसी के साथ ही शशिकला के संपर्क में रहने वाले 16 पार्टी कार्यकर्ताओं को दल से निकाल दिया है।
अन्नाद्रमुक विधायक दल की यहां हुई बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया है, “ कुछ लोग पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और वे पार्टी पर कब्जा करने के लिए जहर उगल रहे हैं। ”
पूर्व मुख्यमंत्री एवं अन्नाद्रमुक समन्वयक ओ पनीरसेल्वम ने एक प्रस्ताव पेश किया जिसका सह-समन्वयक एवं पूर्व मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने समर्थन किया। प्रस्ताव में कहा गया है कि शशिकला के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। इस बैठक में यह संदेश देने की कोशिश की गयी कि पार्टी में सब कुछ ठीक है और इन दोनों नेताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है।
गौरतलब है कि शशिकला दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की नजदीकी सहयोगी थीं।
प्रस्ताव में कहा गया है कि शशिकला ने विधानसभा चुनाव से पहले कहा था कि उन्होंने राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है। वह अब नाटक कर रही हैं और प्रतिदिन समाचार चैनलों के लिए आडियो क्लिप जारी कर रही हैं जिनमें उनके राजनीति में लौटने के संकेत दिये जा रहे हैं और दावा किया जा रहा है कि अन्नाद्रमुक के चुनावों में खराब प्रदर्शन को देखते हुए वह पार्टी पर कब्जा कर लेंगी।
प्रस्ताव में कहा गया है कि अन्नाद्रमुक के दो महान नेताओं ( संस्थापक एम जी रामचन्द्रन और जे जयललिता ) के त्याग के कारण पार्टी इतनी ऊंचाइयों तक पहुंची और इतिहास में व्यापक जन आंदोलन के रूप में दर्ज रहेगी। इसे एक परिवार की सनक और शौक के लिए बर्बाद नहीं होने दिया जायेगा।