बच्चों को सुपोषित करने सरगुजा अग्रसर

बच्चे ही परिवार समाज एवं देश का भविष्य है;

Update: 2018-01-03 13:33 GMT

अम्बिकापुर।  बच्चे ही परिवार समाज एवं देश का भविष्य है। बच्चों के प्रारंभिक बाल्यावस्था विशेषकर 5 वर्ष की उम्र तक शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास बहुत तेजी से होता है। इस उम्र में बच्चों का स्वस्थ एवं सुपोषित होना अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में नन्हें बच्चों के पोषण स्तर में वृद्धि के लिए अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। सरगुजा जिले में वर्तमान में शून्य से 5 वर्ष के कुल 96 हजार 907 बच्चे दर्ज हैं।

नन्हें बच्चों के वर्ष 2017 के वजन त्यौहार के अंतिम आंकड़ों के आधार पर जिले में लगभग 24 प्रतिशत बच्चे कुपोषण की श्रेणी में पाए गए, जो राज्य स्तरीय कुपोषण के आकड़े से कम है।  

कुपोषण दूर करने हेतु शासन द्वारा अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इन योजनाओं में पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों को टेक होम राशन अंतर्गत रेडी-टू-ईट व मुर्रा लड्डू प्रदाय किया जा रहा है। इसके साथ ही 3 से 6 वर्ष के दर्ज बच्चो को गर्म पका भोजन व नाश्ता प्रदाय किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना अंतर्गत गंभीर कुपोषित एवं संकटग्रस्त बच्चो का चिन्हाकंन कर स्वास्थ्य शिविरो के माध्यम से 2241 बच्चो को लाभान्वित किया गया है। महतारी जतन योजना अंतर्गत लगभग 10 हजार गर्भवती महिलाओ को लाभान्वित किया जा रहा है।

इस योजना के तहत गर्भावस्था में मॉ एवं शिशु को कुपोषण चक्र से बाहर निकालकर सुपोषित किया जा रहा है।  मुख्यमंत्री अमृत योजना अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रो मे ंदर्ज 3 से 6 वर्ष तक के लगभग 40 हजार बच्चो को प्रत्येक सोमवार को 100 मिली लीटर सुगंधित मीठा दूध प्रदान किया जा रहा है। नवाजतन योजना अंतर्गत चिन्हांकित मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चो को लक्षित कर योजना की 6 माह की अवधि तक कुपोषण चक्र से बाहर लाने कार्य किया जा रहा है । 

महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती निषा मिश्रा ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 1 हजार 710 बच्चो को कुपोषण से बाहर लाया गया तथा राज्य में लक्ष्यपूर्ति में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। अति गंभीर कुपोषित बच्चो को कुपोषण से बाहर लाने के लिये जिले में संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्र से इस वित्तीय वर्ष में 470 बच्चो को लाभान्वित किया गया। वर्तमान में सरगुजा जिले में लगभग 23 हजार बच्चे कुपोषित है।

कुपोषण दूर करने हेतु जिले में जिला खनिज संस्थान न्यास से ''समर्थ अभियान'' 1 फरवरी 2018 से संचालित किया जाना प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चो को मल्टी न्यूट्रिएन्ट फॉस्फोलिपिड ग्रैन्यूल्स प्रतिदिन प्रदाय किया जायेगा। इस प्रकार नन्हें बच्चों के उज्जवल भविष्य को सुनिष्चित करने हेतु सरगुजा जिला सुपोषण की ओर निरंतर अग्रसर है।

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