रालोद विधायक ने अजित सिंह पर लगाया व्यक्तिगत स्वार्थ का आरोप
उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने पर रालोद से निष्कासित किए गए पार्टी के इकलौते विधायक सहेंद्र ने रालोद प्रमुख अजित पर व्यक्तिगत स्वार्थ की राजनीति करने का आरोप लगाया है;
बागपत। उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) से निष्कासित किए गए पार्टी के इकलौते विधायक सहेंद्र सिंह रमाला ने रालोद प्रमुख अजित सिंह पर व्यक्तिगत स्वार्थ की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
सहेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी प्रमुख अजित सिंह ने अपने बेटे जयंत चौधरी को कैराना से लोकसभा का उपचुनाव लड़ाने के लिए उन्हें बलि का बकरा बना दिया। मेरा निष्कासन कर अजित सिंह ने लोकतंत्र की हत्या कर दी।
छपरौली विधायक सहेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अजीत सिंह ने उनकी क्षमता का दुरुपयोग व दोहन किया है। उन्होंने कहा कि छह माह पहले रालोद अध्यक्ष ने उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से गठबंधन के संकेत दे दिए थे। वह मुझ पर भाजपा से गठबंधन करवाने का दवाब बना रहे रहे थे।
उन्होंने कहा, "वह मायावती से भी गठबंधन करने के लिए उनसे लगातार संपर्क में थे। लेकिन राज्यसभा चुनाव के बाद मायावती के रालोद से गठबंधन न करने के बयान से अजित सिंह घबरा गए। इस लिए बसपा मुखिया मायावती को खुश करने के लिए मुझे बलि का बकरा बना पार्टी से निष्कासित कर दिया।"