पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने शराबबंदी के नकारात्मक असर को खारिज किया: जदयू

जदयू ने बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में 68 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि को पर्यटन के क्षेत्र में नीतीश सरकार के प्रयासों का परिणाम बताया;

Update: 2017-06-17 16:43 GMT

पटना। जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में 68 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि को पर्यटन के क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश सरकार के प्रयासों का परिणाम बताया और कहा कि राज्य के प्रति पर्यटकों का बढ़ता आकर्षण शराबबंदी से इस क्षेत्र पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को खारिज करता है।

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने आज यहां कहा कि इस वर्ष बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में पिछले वर्ष के मुकाबले 68 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पर्यटकों का प्रतिशत ऐसे बयानों को खारिज करता है, जिनमें कहा जाता रहा है कि प्रदेश में शराबबंदी का पर्यटन क्षेत्र पर बुरा असर पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि काकोलत जल प्रपात, वाल्मीकिनगर अभ्यारण्य और राजगीर की रमणीकता वर्षों से देश-विदेश के पर्यटकों को बिहार बुलाती रही है और जो राज्य के लोगों के लिए भी आंतरिक पर्यटन का जरूरी हिस्सा रहे हैं।

 प्रसाद ने कहा कि इसी तरह हिन्दू सर्किट, रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट, सिख सर्किट और सूफी सर्किट के अंतर्गत आने वाले बिहार के पर्यटक स्थल खास सीजन के अलावा पूरे साल पर्यटकों से भरे रहते हैं।

इन दिनों बिहार में चल रहे चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोहों के कारण देश-विदेश से गांधीवादी पर्यटक बिहार आ रहे हैं। पिछले कुछ सालों से भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में कालचक्र पूजा और कुछ माह पूर्व सिखों के दशमेश गुरु के 350वें प्रकाशोत्सव से पर्यटन के क्षेत्र में बिहार की अंतरराष्ट्रीय पहचान बनी है।

जदयू नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में राज्य में शक्ति सर्किट, शिव सर्किट, सिख सर्किट और गांधी सर्किट के विकास पर तेजी से काम चल रहा है। नीतीश राज में किसी के लिए भी बिहार आना-जाना पूर्णतया सुरक्षित है। इसलिए राज्य में पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
 

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