शहादत को सांप्रदायिक मुद्दा बनाने पर सेना ने दिया ओवैसी को जवाब
सैनिकों की शहादत को धर्म की राजनीति में बांटने वाले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सभी के निशाने पर आ गए हैं।;
नई दिल्ली। सैनिकों की शहादत को धर्म की राजनीति में बांटने वाले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सभी के निशाने पर आ गए हैं।
सरकार से लेकर अन्य विपक्षी दल तो उनके बयान की आलोचना कर ही रहे हैं, अब सेना ने भी ओवैसी को करारा जवाब दिया है।
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने कहा कि हम शहादत को सांप्रदायिक रंग नहीं देते हैं।
All 3 groups - HM, JeM or LeT are hands in glove whether it's in valley or here. There's no differentiation, they keep jumping from one Tanzim to other. Anyone who picks up an arm & is against the state, is a terrorist & we'll deal with him: Lt General D Anbu,GOC Northern Command pic.twitter.com/rqkd2VvCRp
दरअसल ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के अध्यक्ष और हैरदाबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सुंजवान कैंप पर हुए हमले में शहीद हुए जवानों पर विवादित बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि इस हमले में कुर्बानी देने वाले 7 जवानों में से 5 जवान मुस्लिम थे, लेकिन उनकी शहादत पर चर्चा क्यों नहीं की जाती, पीएम मोदी इनके बारे में कुछ क्यों नहीं बोलते।
ओवैसी के इस बयान को बीजेपी ने समाज को बांटने वाला बताया था। वहीं अब सेना ने भी ओवैसी का नाम लिए बगैर उन्हें करारा जवाब दिया है।
Social media is also responsible for increase in terror, its engaging the youth at a large scale, and I think we need to focus on this issue: Lt General Devraj Anbu,GOC Northern Command
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने कहा है कि हमारे लिए सभी जवान हिंदुस्तानी हैं,शहीदों का कोई मज़हब नहीं होता, और न ही हम शहादत को सांप्रदायिक रंग देते है। उन्होंने दो टूक कहा कि जो लोग सेना की कार्यशैली नहीं जानते, वो ही इस तरह का बयान देते हैं। वहीं कमांडर देवराज अनबू ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि दुश्मन सीमा पर फेल हो गया है इसीलिए वो अब हमारे कैंपों को टारगेट कर रहा है. लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। अब न तो आतंकी बचेंगे न ही उनके मददगार।
Enemy is frustrated and is trying softer targets, when they fail at borders they attack on camps. Yes youth joining terror is a concern, we need to address this trend. In 2017 we focused on leadership and eliminated it: Lt Gen Devraj Anbu,GOC Northern Command pic.twitter.com/BiRodEl317