राजधानी में उमड़ा मजदूर किसानों का रेला
किसानों के एतिहासिक मुंबई मार्च के बाद आज राजधानी दिल्ली में किसानों का जमावड़ा लगा;
नई दिल्ली। किसानों के एतिहासिक मुंबई मार्च के बाद आज राजधानी दिल्ली में किसानों का जमावड़ा लगा। यह पहला मौका था, जबकि किसान, मजदूर और खेत मजदूर एक साथ आए। संभवत: राजधानी दिल्ली के लिए भी इस तरह की रैली का यह पहला मौका था, जब करीब 2 लाख लोग राजधानी पहुंचे, जिनके हाथों में लाल झंडे थे। रैली रामलीला मैदान से सुबह 9 बजे शुरु हुई और 11 बजकर 40 मिनिट पर खत्म हुई। इस दौरान लुटियन की दिल्ली पूरी तरह जाम पड़ी रही। रैली जत्थों के रुप में निकली, जो आम तौर पर वामपंथी दलों की परंपरा नहीं है। राजधानी के अन्य इलाकों से निकाली गई रैली दोपहर डेढ़ बजे तक संसद मार्ग पहुंची । अगले चरण में 28 से 30 नवम्बर तक दिल्ली मार्च किया जाएगा, जिसमें किसानों के अलावा युवा, मजदूर, महिलाएं, छात्र हिस्सा लेंगे, दिसम्बर में मजदूर संगठन दो दिन की हड़ताल करेंगे,जिसमें किसान संगठन साथ देंगे।
किसान नेता हन्नान मौल्ला का कहना था, कि रैली में जिस तरह लोगों की भागीदारी हुई है, उसे देखकर भाजपा सरकार को समझ जाना चाहिए, कि वे अब जुमलों पर भरोसा करने वाले नहींहैं। इस रैली में देश भर के करीब 25 राज्यों के लोगों ने हिस्सेदारी की। केरल में आई आपदा के बाद भी करीब 15 हजार कार्यकर्ता यहां से आए थे। सीटू महासचिव तपन सेन का कहना था, कि खराब मौसम ने रैली में आने वाले लोगों को रोक दिया, वरना यहां आने वाले लोगों का आंकड़ा पांच लाख के पार होता। संसद मार्ग पर रैली को किसान नेता अशोक धवले, सीटू नेता हेमलता सहित तमाम मजदूर, किसान, कर्मचारी व खेत मजदूर संगठनों के नेताओं ने संबोधित किया। प्रदर्शनकारियों की मांग न्यूनतम वेतन 18 हजार करने, फसल का समर्थन मूल्य बढ़ाने, मनरेगा को मजबूत करने, जबरिया जमीन अधिग्रहण रोकने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण रोकने जैसे 15 सूत्रीय मांग पत्र था। वक्ताओं का कहना था, कि पिछले 4 साल में सरकार ने जनता से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया है, वे सरकार को यह बताने आए हैं, कि नीतियां नहींबदलोगे, तो आने वाले समय में सरकार बदल देंगे।
येचुरी का मोदी सरकार पर हमला
किसानों की रैली में पहुंचे सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि जनता के अंदर काफी आक्रोश है, लाखों की तादाद में किसान-मजदूर दिल्ली आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता को धोखा दिया है, अगर जिंदगी को बचाना है तो मोदी सरकार को हटाना है। उन्होंने कहा कि अब अच्छे दिन तभी आएंगे जब ये सरकार जाएगी।
उन्होंने रैली में कहा कि 2019 में हम पूरी कोशिश करेंगे, इस सरकार को हटाया जाए ताकि बेहतर भारत बना सकें। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते हम एक देशव्यापी आंदोलन का ऐलान करेंगे। येचुरी बोले कि जितना पैसा विज्ञापन पर खर्च हुआ है, उतना अगर अन्नदाताओं पर खर्च हुआ होता तो ये हालत नहीं होती।