राजस्थान में बची कांग्रेस की सरकार
पिछले एक महीने से जारी राजस्थान का सियासी संग्राम आज पूरी तरह से खत्म हो गया…गहलोत ने विश्वास मत लाकर सरकार को बचा लिया और बीजेपी के सपने को अधूरा कर दिया…. तो आखिर कैसे गहलोत ने बचाई सरकार और कैसे बीजेपी रह गई खाली हाथ;
ये दोस्ती की वो तस्वीरें हैं, जिसने बता दिया कि जब मिलते हैं हाथ, तो बनती है बात और दुश्मन के अधूरे रह जाते हैं ख्वाब…जीहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट की इस जोड़ी ने आज एक बार फिर बीजेपी को बड़ा झटका दे दिया…वैसे तो ये बात पहले ही साफ हो गई थी सचिन पायलट के वापस आने के बाद गहलोत की सरकार पर आया संकट खत्म हो चुका है. लेकिन बीजेपी को फिर भी उम्मीद थी कि आज विधानसभा में कुछ तो नाराजगी दिखेगी…लेकिन अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एक सुर में कहा कि सरकार कहीं नहीं जाएगी…जहां गहलोत ने इशारों-इशारों में पीएम मोदी और अमित शाह को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि ना शाह की चली और ना ही तानाशाही चली…वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट ने भी कहा कि जब तक मैं बैठा हूं तब तक ये सरकार कहीं भी नहीं जाएगी…अशोक गहलोत और सचिन पायलट की इसी दोस्ती की वजह से आज सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया…सदन में ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव पारित किया गया. इसके बाद कांग्रेस विधायकों में खुशी की लहर देखी गई. वहीं अब राजस्थान में 21 अगस्त तक सदन को स्थगित किया गया है…इस जीत के बाद गहलोत गदगद दिखाई दिए. उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज बीजेपी के लोग बगुला भगत बन रहे हैं. सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है. मैं 69 साल का हो गया, 50 साल से राजनीति में हूं. मैं आज लोकतंत्र को लेकर चिंतित हूं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सम्माननीय नेता प्रतिपक्ष को कहना चाहूंगा कि आप चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, मैं आपको कहता हूं कि मैं राजस्थान की सरकार को गिरने नहीं दूंगा….अब जब जीत मिली है, तो ये खुशी तो बनती है, लेकिन इस जीत में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी अहम भूमिका निभाई है. राहुल और प्रियंका की एंट्री के बाद ही पायलट ने अपने विधायकों के साथ कांग्रेस में फिर से लैंड किया है…और गहलोत से दोस्ती का हाथ मिलाया है. जिसकी बदौलत आज सरकार बच गई…और बीजेपी की चाल फेल हो गई…अब देखना होगा कि क्या सचिन पायलट को अपने सारे पद वापस कब तक मिलते हैं.