राजस्थान विधानसभा चुनाव :मतदान की सभी तैयारियां पूरी
राज्य की 199 विधानसभा सीटों पर कुल 2274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में;
जयपुर । राजस्थान विधानसभा की 199 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुक्रवार सुबह आठ से शाम पांच बजे तक इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीवीपैट मशीनों से कराया जाएगा।
मुख्य चुनाव अधिकारी आनंद कुमार ने आज कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। उन्होंने राज्य के सभी मतदाताओं से अपील की है कि वह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निर्भय होकर बिना किसी डर और दबाव के मतदान करें।
कुमार ने बताया कि अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का 29 नवम्बर को निधन होने के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिया गया। चुनाव आयोग ने इसके संबंध में पुनः तिथि का निर्धारण अभी तक नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल चार करोड़ 74 लाख 37 हजार 761 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें से दो करोड़ 47 लाख 22 हजार 365 पुरुष एवं दो करोड़ 27 लाख 15 हजार 396 महिला मतदाता है। इनमें से प्रथम बार मतदान कर रहे युवा मतदाताओं की संख्या 20 लाख 20 हजार 156 हैं। राज्य में सेवानियोजित मतदाताओं की संख्या एक लाख 16 हजार 456 है, जिनको ईटीपीबीएस के माध्यम से पोस्टल बेलेट पेपर प्रेषित किए जा चुके हैं।
राज्य की 199 विधानसभा सीटों पर कुल 2274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस से 194, भारतीय जनता पार्टी से 199 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी से 189, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से 01, कम्यूनिस्ट पार्टी आॅफ इंडिया से 16 एवं मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी से 28 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 817 अमान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशी एवं 830 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में जोर-आजमाइश करते नजर आएंगे। इनमें से 2087 पुरुष और 187 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि इस चुनाव में ईवीएम के प्रयोग के साथ-साथ संपूर्ण राज्य में वीवीपैट मशीनों का प्रयोग भी पहली बार किया जा रहा है। वीवीपैट मशीन से मतदाता इस बात की पुष्टि कर सकेगा कि उसने जिस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है, उसका वोट उसी उम्मीदवार के पक्ष में गया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा में 68 हजार 894 बीयू, 59 हजार 160 सीयू एवं 68 हजार 303 वीवीपैट मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा रिजर्व के रूप में भी पर्याप्त मशीनें उपलब्ध हैं। इस बार जयपुर जिले की किशनपोल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 46 उम्मीदवार होने के कारण प्रत्येक मतदान केन्द्र पर तीन बीयू मशीन का प्रयोग किया जाएगा। जबकि सम्पूर्ण राज्य में कुल 33 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें दो-दो बीयू मशीनों का प्रयोग किया जाएगा।
कुमार ने बताया कि राज्य में कुल चार लाख 36 हजार 125 मतदाता विभिन्न श्रेणियों के दिव्यांगजन हैं। उनकी सुविधा के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर रैम्प्स, व्हील चेयर तथा सहायता के लिए एक लाख तीन हजार 166 स्काउट गाइड, एनएसएस और एनसीसी के वोलेंटियर लगाए गए हैं। दिव्यांगजनों को एवं उनके सहायकों को घर से लाने-ले जाने के लिए भी परिवहन की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल में वोटर स्लिप एवं इपिक कार्ड का वितरण भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि महिला सशक्तीकरण को ध्यान में रखते हुए नवाचार के रूप में 259 समस्त महिला प्रबंधित मतदान केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें मतदान दलकर्मी, सुरक्षाकर्मी इत्यादि सभी महिलाएं होंगी। इस बार दिव्यांगजनों द्वारा स्वेच्छा से मतदान कर्मियों के रूप में अपनी सेवाएं देने का आग्रह किया गया है जिसे स्वीकार करते हुए उदयपुर में दो एवं नागौर में एक मतदान केन्द्र ऐसा बनाया जा रहा है, जहां सभी मतदानकर्मी दिव्यांगजन होंगे, जो यह संदेश देंगे कि वे किसी भी प्रकार से सामान्य जन से कम नहीं है। मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर पर्ची एवं वोटर गाइड का वितरण भी सभी मतदाताओं को किया जा चुका है। मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदाता सहायता बूथ भी स्थापित किये जाएंगे। कुल 199 विधानसभा क्षेत्रों हेतु कुल 51 हजार 687 मतदान केन्द्रों की स्थापना की गई है। मतदान के लिए 209 आदर्श मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता का पालन कठोरता से कराया जा रहा है। विभिन्न स्तरों पर आने वाली सभी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। सी-विजिल एप से अब तक तीन हजार 784 से अधिक शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से तीन हजार 98 शिकायतें सही पाई गईं। चुनाव अधिकारी द्वारा जांच के बाद 491 शिकायतें दूर की गई हैं। इसी प्रकार डीसीसी द्वारा 166 शिकायतें हल की गई है।
राज्य में कुल 13 हजार 382 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं जिनमें से चार हजार 982 मतदान केन्द्रों पर माइक्रो आब्जर्वर, तीन हजार 948 मतदान केन्द्रों पर वीडियोग्राफर, तीन हजार 138 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग और सात हजार 791 मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल (सीएपीएफ) की तैनाती की गयी है। राज्य में कुल 387 नाके और चेक पोस्ट लगाए गए हैं। इसके अलावा सुरक्षा बल के कुल एक लाख 44 हजार 941 जवान तैनात किये गये हैं जिसमें 640 कंपनियां केन्द्रीय सुरक्षा बल की हैं।
उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कुल 14.93 करोड़ रुपये नकद, तीन लाख 96 हजार 161 लीटर अवैध शराब (अनुमानित मूल्य 25.11 करोड़ रुपये), 7.48 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ, 17.10 किलोग्राम सोना तथा 601.13 किलोग्राम चांदी (कुल मूल्य 6.88 करोड रुपये) तथा 260 विभिन्न प्रकार के वाहन (मूल्य 11.89 करोड रुपये) जब्त किये गये हैं। इस तरह कुल 66.31 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न वस्तुएं जब्त की गई हैं। राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात विभिन्न वाहनों की चेकिंग के बाद चालान के 16.08 करोड़ रुपये जमा किए गये हैं।
राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात चार हजार 203 अवैध हथियारों, एक हजार 450 कारतूस, 370 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ जब्त किये गए है। राज्य में कुल एक लाख 74 हजार 711 हथियार के लाइसेंस है। अब तक कुल एक लाख 60 हजार 279 लाइसेंसी हथियार जमा करा चुके हैं। राज्य में अब तक सीआरपीसी के निरोधात्मक प्रावधानों के तहत दाे लाख छह हजार 632 प्रकरणों में तीन लाख 94 हजार 911 व्यक्तियों को पाबंद किया गया है। कुल दो लाख 14 हजार 455 गैर जमानती वारंटों की तामील कराई गई है।
कुमार ने बताया कि राज्य में कुल चार हजार 146 संवेदनशील गांवों काे चिह्नित किया गया है। उसमें से 20 हजार 265 व्यक्तियों को ट्रबलमोंगर (भय पैदा करने वाले) के रूप में चिह्नित कर 19 हजार 722 व्यक्तियों को पाबंद किया गया है, शेष को पाबंद किया जा रहा है। इसी तरह राज्य में चुनाव व्यय निगरानी के लिए कुल 681 फ्लाइंग स्क्वाड, 692 एसएसटी, 325 वीएसटी, 199 वीवीटी तथा 199 अकाउटिंग टीमों को लगाया गया है।
गौरतलब है कि मतगणना 11 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर करवाई जाएगी। निर्धारित केन्द्रों पर भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। मतगणना प्रातः आठ बजे से आरंभ होगी।