क्लर्क, मैकेनिक और आपरेटर के सपूतों ने रचा इतिहास

रायपुर ! छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आज घोषित हाई सेकेंडरी परीक्षा 2017 के परिणामों में प्रावीण्य सूची में प्रथम दस में स्थान बनाने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं का कहना है;

Update: 2017-04-28 05:17 GMT

12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रावीण्य सूची में बनाया स्थान, इंजीनियर, कलेक्टर बनकर करेंगे माता-पिता का सपना साकार
राजधानी के टापर रामसागर पारा निवासी  क्षितिज अग्रवाल परिजनों के साथ
रायपुर !   छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आज घोषित हाई सेकेंडरी परीक्षा 2017 के परिणामों में प्रावीण्य सूची में प्रथम दस में स्थान बनाने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं का कहना है कि वे भविष्य में इंजीनियर-कलेक्टर बनकर माता-पिता के सपनों को पूरा करने की कोशिश करेंगे। क्लर्क, ट्रक मैकेनिक कम्प्यूटर आपरेटरों के इन सपूतों का मानना है कि उनकी शिक्षा दीक्षा के लिये माता-पिता ने जी तोड़ मेहनत की है। इसलिये वे एक प्रेरणा को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। मुश्किल से मुश्किल हालात में  माता-पिता के दिशा निर्देष और आशीर्वाद ने यह सफलता दिलाई है। प्रावीण्य सूची में 3, 2 व 10वां स्थान हासिल करने वाले इन सपूतों का मानना है कि कड़ी मेहनत और लगन से हर विजय को प्राप्त की जा सकती है।
12वीं बोर्ड के मेधावी छात्र-छात्राओं से बातचीत में प्रावीण्य सूची में तीसरा स्थान बनाने वाले हरीश कुमार का कहना है कि उनका सपना है कि कलेक्टर बनकर देश व प्रदेश की सेवा करे ताकि भ्रष्टाचार को मिटा सके और गरीबों की मदद कर सके। इस सफलता के लिये उन्होंने प्रतिदिन 7 से 8 घंटा पढ़ाई की। उनके पिता छत्रपाल सिंह एक सहकारी समिति में कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्य करते है। मां पुष्पलता गृहिणी है और कचांदुर में उनका निवास स्थान है। सरल सहज होनहार प्रवृत्ति के इस छात्र ने हमेशा से बुराईयों से दूर रहना सीखा है। जबकि प्रावीण्य सूची में  दूसरा स्थान बनाने वाले अलतमास सबरी का सपना है कि वे इंजीनियर बने। उनके पिता मो. जलालुद्दीन व्यवसाय से ट्रक मेकेनिक है। सभी के सहयोग से उच्चतम शिक्षा में आगे बढऩे की ललक रखने वाला यह युवक मानते है कि हमेशा खुश रहना चाहिए। बिलासपुर के टॉपर सुंधाशु तिवारी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से वे इसमुकाम को हासिल कर पाये है। इसमें सभी शिक्षकों का, परिवार वालों का, भाई-बहनों का सहयोग मिला है। राजधानी के क्षितिज अग्रवाल ने प्रावीण्य सूची में दसवां स्थान हासिल किया है। उनके पिता सुधीर अग्रवाल स्टेट बैंक में बतौर क्लर्क का काम करते हैं। माता रूबी अग्रवाल गृहिणी है। वे मानती हैं कि उनके सपूत ने अपनी मेहनत पर यह सफलता हासिल की है अपने पिता का नाम रोशन किया है। इंजीनियर बनकर राज्य के विकास में योगदान देने वाला यह युवक बताता है कि हर किसी को आगे बढऩे का अवसर मिलता है जो उसे अपना लेता है और समझ लेता है वही सफल है।

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