जाट आंदोलन के चलते पटरी से उतरा रेल परिचालन, यात्री परेशान
जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक और सड़क मार्गो पर डेरा डाल लिया है जिससे भरतपुर, जयपुर, अलवर के लिए रेल और बस यातायात ठप हो गया है;
नई दिल्ली। जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक और सड़क मार्गो पर डेरा डाल लिया है जिससे भरतपुर, जयपुर, अलवर के लिए रेल और बस यातायात ठप हो गया है। उत्तर रेलवे ने कई रेलगाड़ियों को वैकल्पिक मार्ग से चलाने का ऐलान किया है। जबकि शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक रेलगाड़िया रद्द रहीं और कई रेलगाड़ियों को वैकल्पिक मार्ग से चलाया गया अथवा उन्हें उनके गंतव्य से पहले ही समाप्त करन् दिया गया। रेलवे ट्रैक और प्रमुख मार्गो पर सुरक्षा बलों के अधिकारी निगरानी रख रहे हैं लेकिन यात्री परेशान हैं।
निजामुद्दीन पुणे एक्सप्रेस, निजामुद्दीन त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस नागदा से चलाया गया जबकि बांद्रा स्वराज एक्सप्रेस मथुरा आगरा, बयाना से निकाला गया। जबकि कई राजधानी, गरीब रथ एक्सप्रेस को भी आगरा, बयाना से चलाया गया। रेल अधिकारियों के मुताबिक करीबन आधा दर्जन रेलगाड़ियों को उनके गंतव्य स्टेशन से पहले ही आगरा, मथुरा में ही समाप्त कर दिया गया। हालंाकि रेल अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले एक दो दिनों में हालात सुधर जाएंगे लेकिन दूसरी ओर मथुरा के जाटों ने भी आंदोलन को समर्थन देकर चिंता जरूर बढ़ा दी है।
दरअसल भरतपुर और धौलपुर के जाट केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण नहीं देने से नाराज हैं कि जबकि राजस्थान के अन्य जिलों को पिछड़ी जाति में शामिल कर लिया है। दोनों जिलों के जाटों ने मथुरा-अलवर और मथुरा-कोटा रेलवे ट्रैक पर जाम लगा रखा है, जबकि सड़क मार्गो पर यातायात ठप कर दिया है। भरतपुर जिले के गांव बहज और रारह के पास रेल पटरियों पर कब्जा कर लिया है। इससे अलवर की ओर जाने वाली मथुरा-जयपुर पैसेंजर, मथुरा-अलवर और मथुरा-भिवानी पैसेंजर अप और डाउन में जहां रद्द रहीं। वहीं इलाहाबाद-जयपुर और पटना कोटा एक्सप्रेस का संचालन मथुरा तक किया गया। भरतपुर के रास्ते जाने वाली गोल्डन टेंपल, निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस को आगरा से चलाया गया। रेलगाड़ियों के रद्द रहने से यात्रियों की मुसीबत जरूर बढ़ गई हैं।