प्रियंका ने योगी को लिखा पत्र, कोरोना जांच और इलाज बढ़ाने की मांग

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर प्रदेश में कोरोना की जांच और इलाज की सुविधा बढ़ाने को कहा है;

Update: 2020-04-10 23:57 GMT

लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर प्रदेश में कोरोना की जांच और इलाज की सुविधा बढ़ाने को कहा है। उन्होंने लिखा है, "पूरे देश समेत उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस का कहर अपने पैर पसार रहा है। आज हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था के सामने ये बड़ी चुनौती है कि किस तरह से वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर उनका उपचार किया जाए और संक्रमण का आगे बढ़ना रोक सकें।"

प्रियंका ने लिखा है कि संक्रमण को रोकने के लिए स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाना एक बहुत ही कारगर उपाय है। छह करोड़ की आबादी वाले देश दक्षिण कोरिया ने हर 1000 लोगों पर करीब 6 लोगों की टेस्टिंग की और वायरस के संक्रमण को रोकने में सफलता हासिल की है। राजस्थान के भीलवाड़ा में युद्ध स्तर पर काम हुआ और 9 दिनों के भीतर 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग करके ज्यादा से ज्यादा जांचें की गईं और संक्रमित लोगों की पहचान की गई।

उन्होंने पत्र में कहा है कि कांग्रेस इस संकट में सदैव मदद के लिए तैयार है। इस महामारी पर विजय लोगों का भरोसा जीतकर ही हासिल की जा सकती है। डर फैला करके या अलग-थलग करके नहीं।

महासचिव ने पत्र में कहा है, "हमारे उत्तर प्रदेश की जनसंख्या लगभग 23 करोड़ के आस-पास है, जबकि टेस्टिंग के लिए गए सैम्पलों की संख्या केवल 7000 के आस-पास है। हमारी जनसंख्या के हिसाब से प्रदेश में हो रही जांचों की संख्या अभी बहुत कम है। टेस्टिंग को तेज गति से बढ़ाना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या वाले राज्य के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाना एक रामबाण साबित हो सकता है।"

पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए लिखा है कि "हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच करके युद्धस्तरीय तत्परता के साथ इलाज करना पड़ेगा, जिससे हमारे अस्पतालों के आईसीयू पर कम से कम दबाव पड़े। शहरी क्लसटर्स में जाकर लोगों को जागरूक किया जाए। सामाजिक स्तर पर संक्रमण की खबरें आनी शुरू हो गई हैं।"

प्रियंका ने नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का हवाला देते हुए लिखा है कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ाई में सहभागी प्रशासन, सही जानकारियों के आधार पर अधिकतम जनसंवाद और ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सबसे जरूरी है। उन्होंने लिखा है कि इस महामारी से लड़ने में हम साथ हैं। कोरोना वायरस की कोई जाति और धर्म नहीं है। इसका असर सब पर एक सा है।

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