प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्राओं को लेकर अति उत्साहित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 से 26 अगस्त के बीच फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन की यात्राओं को लेकर अति उत्साह व्यक्त किया;

Update: 2019-08-22 13:01 GMT

नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 से 26 अगस्त के बीच फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन की यात्राओं को लेकर अति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि इस यात्रा से समय-समय पर अच्छे दोस्तों की भूमिका निभाने वाले मित्रों से हमारे संबंध और मजबूत होंगे और सहयोग की नई संभावनाएं खुलेगी। 

 मोदी ने यात्रा पर रवाना होने के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट कर अपने विदेश यात्रा की जानकारी दी। उन्होंने कहा,“फ्रांस में, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और पीएम एडवर्ड फिलीप के साथ वार्ता के लिए तत्पर हैं। वर्ष 1950 और 1960 के दशक में फ्रांस में दो एयर इंडिया दुर्घटनाओं के शिकार हुए लोगों के लिए भारतीय प्रवासी स्मारक की स्थापना काे लेकर बातचीत होगी।” 

 मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा,“यूएई में, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ व्यापक वार्ता होगी। क्राउन प्रिंस और मैं बापू की 150 वीं जयंती को चिह्नित करने के लिए एक डाक टिकट जारी करेंगे। रूपे कार्ड भी लॉन्च किया जाएगा, जो कई प्रकार से मदद करेगा।”

In UAE, there would be comprehensive talks with His Highness the Crown Prince of Abu Dhabi, Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan. The Crown Prince and I would be releasing a stamp to mark Bapu’s 150th Jayanti. The RuPay card will also be launched, which would help many.

— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2019

प्रधानमंत्री ने कहा,“बहरीन की मेरी यात्रा, अपने देश के किसी प्रधान मंत्री की यह पहली यात्रा होगी। मैं बहरीन के प्रधानमंत्री प्रिंस शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा और बहरीन के राजा शेख हमद बिन ईसा अल खलीफा से मिलने के लिए उत्सुक हूं।”

My visit to the Kingdom of Bahrain would be the first ever Prime Ministerial visit to the Kingdom. I look forward to meeting Prime Minister His Royal Highness Prince Shaikh Khalifa bin Salman Al Khalifa and His Majesty the King of Bahrain Shaikh Hamad bin Isa Al Khalifa.

— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2019

मोदी ने कहा,“बहरीन में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत होगी। खाड़ी क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से भगवान श्रीनाथजी के मंदिर के पुन: विकास के लिए विशेष समारोह में उपस्थित होना मेरे लिए एक सम्मान की बात होगी।”

 

In Bahrain there would be interactions with the Indian diaspora. It would be an honour for me to be present at the special ceremony marking the re-development of the temple of Lord Shreenathji, among the oldest temples in the Gulf region

— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2019

 मोदी और श्री मैक्रॉन के बीच गुरुवार को एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुलाकात होगी। भारत में फ्रांस के राजदूत एलेक्जेंड्रे जीगलर ने ट्वीट किया, “ राष्ट्रपति मैक्रॉन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन को लेकर चैटे डि चैंटिली पूरी तरह से तैयार है, जोकि पेरिस से करीब 60 किलोमीटर दूर है। यह फ्रांस की सांस्कृतिक विरासत में से एक है।”

 

In France, look forward to holding talks with President @EmmanuelMacron and PM Philippe. There would be interactions with the Indian diaspora and a memorial for Indian victims of two Air India crashes in France in the 1950s and 1960s would be dedicated. @gouvernementFR

— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2019

राष्ट्रपति मैक्रॉन के निमंत्रण पर  मोदी बियारेट्ज शहर में आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन की बैठक में साझेदार के तौर पर शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री के पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, समुद्री सहयोग और डिजिटल परिवर्तन जैसे मुद्दों पर बोलने की उम्मीद है।

जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर श्री मोदी अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे।

 मोदी गुरुवार और शुक्रवार को फ्रांस के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर होंगे। इस दौरान वह फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलीप के साथ मुलाकात करेंगे।

प्रधानमंत्री पेरिस में भारतीय समुदाय को संबोधित भी करेंगे। इसके अलावा वह निड डी एगल में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में मारे गए भारतीय लोगों की याद में एक स्मारक का भी उद्घाटन करेंगे।

गौरतलब है कि भारत और फ्रांस 1998 से रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच व्यापक एवं बहुआयामी संबंध हैं। इसके अलावा दोनों देशों के बीच रक्षा, समुद्री सुरक्षा, अंतरिक्ष, साइबर, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में मजबूत सहयोग है।

विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि श्री मोदी की फ्रांस की द्विपक्षीय यात्रा और जी-7 शिखर सम्मेलन का निमंत्रण भारत और फ्रांस के बीच मजबूत एवं करीबी साझेदारी तथा उच्चस्तरीय राजनीतिक संपर्कों की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है।

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