वर्तमान में संविधान पर खतरा मंडरा रहा है : कमलनाथ
संत रविदास का स्पष्ट संदेश था कि लोग सामाजिक समरसता के भाव के साथ जिएं क्योंकि कोई भी मनुष्य अपने जातियों धर्म के आधार पर छोटा बड़ा नहीं होता बल्कि अपने कर्मों के लिहाज से उसका आंकलन किया जाना चाहिए।;
By : गजेन्द्र इंगले
Update: 2023-02-06 04:51 GMT
- गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: शहर के थाटीपुर स्थित दशहरा मैदान में संत रविदास जयंती के आयोजन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए। इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि संत रविदास के बताए मार्ग पर चलना आज भी प्रासंगिक है ।क्योंकि वर्तमान में संविधान पर खतरा मंडरा रहा है और लोगों की एकता को जाति धर्म के नाम पर तोड़ने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में देश को एकजुट रहकर रखकर संविधान को बचाना हम सभी के प्राथमिकता होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि संत रविदास का स्पष्ट संदेश था कि लोग सामाजिक समरसता के भाव के साथ जिएं क्योंकि कोई भी मनुष्य अपने जातियों धर्म के आधार पर छोटा बड़ा नहीं होता बल्कि अपने कर्मों के लिहाज से उसका आंकलन किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे सच्चाई और ईमानदारी का साथ दें ।इसी साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। उन्होंने कहा कि लोग अपने विवेक के आधार पर ऐसी पार्टी को सत्ता में काबिज करें ,जो देश को एकजुट रखने के लिए चिंतित हो।
हालांकि यह कार्यक्रम संत रविदास की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था लेकिन इस पर चुनावी बुखार स्पष्ट रूप से देखने को मिला। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी संत रविदास के दिखाए मार्ग पर चलने को वक्त की जरूरत बताया। इस मौके पर विभिन्न धर्मों के गुरु और आचार्य भी मौजूद थे ।कार्यक्रम में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह लाखन सिंह महापौर शोभा सिकरवार सहित पीसीसी पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष भी मौजूद थे।