अयोध्या के चौदह कोसी परिक्रमा की तैयारी पूरी
राम की जन्मस्थली अयोध्या के प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा मेले की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। चौबीस घंटे चलने वाली चौदह कोसी परिक्रमा आगामी पाँच नवम्बर को सुबह छह बजकर पाँच मिनट से शुरू होगी।;
अयोध्या । राम की जन्मस्थली अयोध्या के प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा मेले की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। चौबीस घंटे चलने वाली चौदह कोसी परिक्रमा आगामी पाँच नवम्बर को सुबह छह बजकर पाँच मिनट से शुरू होगी।
मान्यताओं के मुताबिक चौदह कोसी परिक्रमा का सीधा सम्बन्ध मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास से है। श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास से अपने को जोड़ते हुए अयोध्यावासियों ने प्रत्येक वर्ष के लिये एक कोस परिक्रमा की होगी। तभी से यह परम्परा बन गयी और उस परम्परा का निर्वाह करते हुए आज भी कार्तिक की अमावस्या अर्थात् दीपावली के नौंवे दिन लाखों श्रद्धालु यहां आकर करीब बयालिस किलोमीटर अर्थात् चौदह कोस की परिक्रमा एक निर्धारित मार्ग पर अयोध्या और फैजाबाद नगर तक चौतरफा पैदल नंगे पांव चलकर अपनी-अपनी परिक्रमा पूरा करते हैं।
कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन शुरू होने वाली इस परिक्रमा में ज्यादातर श्रद्धालु ग्रामीण अंचलों से आते हैं। यह एक दो दिन पूर्व ही यहां आकर अपने परिजनों व साथियों के साथ विभिन्न मंदिरों में आकर शरण ले लेते हैं और परिक्रमा के दिन निश्चित समय पर सरयू स्नान कर अपनी परिक्रमा शुरू कर देते हैं जो उसी स्थान पर पुन: पहुंचने पर समाप्त होती है।
परिक्रमा करने वालों में ज्यादातर वृद्ध या अधेड़ उम्र के लोग रहते हैं। इनके विश्राम के लिये जिला प्रशासन के अलावा तमाम स्वयंसेवी संस्थायें आगे आकर जगह-जगह विश्रामालय नि:शुल्क प्रारम्भिक चिकित्सा केन्द्र व जलपान गृहों का इंतजाम करती है। श्रद्धालु औसतन अपनी-अपनी परिक्रमा करीब छह सात घंटे में पूरी कर लेते हैं।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने कहा कि पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है।