बिहार विधानसभा में सत्ता, विपक्ष के बीच 'खानदान' तक पहुंची बहस, मंत्री ने दी चुनौती
बिहार विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को अजीबो-गरीब स्थिति देखने को मिली जब सत्ता और विपक्ष के बीच बहस खानदान तक पहुंच गई;
पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को अजीबो-गरीब स्थिति देखने को मिली जब सत्ता और विपक्ष के बीच बहस खानदान तक पहुंच गई। भरे सदन में मंत्री रामसूरत राय ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए दोनों खानदानों की तुलना कर दी। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा शांत करने की विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कई कोशिश की , लेकिन जब मामला शांत नहीं हुआ तो कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन में भोजनावकाश के बाद गृह विभाग के बजट पर चर्चा चल रही थी। इस चर्चा में भाग लेते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि शराबबंदी कानून में गरीबों को जेल भेजा जा रहा है जबकि मंत्री के भाई खुलेआम घूम रहे हैं। इस दौरान तेजस्वी ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया।
इधर, सत्ता पक्ष द्वारा भी मंत्री को अपना पक्ष रखने का अवसर मिलने की बात कही जाने लगी। विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री को भी अपनी बात रखने का अवसर देने की बात कही।
इसके बाद अध्यक्ष ने मंत्री रामसूरत राय को अपना पक्ष रखने के लिए कहा। वे बोलने के लिए उठे। राय पूरे जोश में अपनी बात रखने लगे। उन्होंने विपक्ष के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि जो भी उनपर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह गलत हैं। आक्रामक अंदाज में मंत्री राय अपनी बात रख रहे थे।
उन्होंने कहा कि मेरे खानदान के बारे में लोग जानते हैं। इनके खानदान के बारे में भी सब लोग जानते हैं। मंत्री का इतना कहना था कि राजद के साथ सभी विपक्षी सदस्य जोर-जोर से बोलने लगे और फिर दोनों ओर से हंगामा प्रारंभ हो गया। अध्यक्ष दोनों पक्षों को शांत कराते रहे, लेकिन सदस्य कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। अध्यक्ष ने कार्यवाही को रोक दिया।
उल्लेखनीय है कि मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्वामित्व वाले एक घर से शराब बरामद की गई है। घर में स्कूल चलता है। इसके बाद से ही विपक्ष रामसूरत राय पर निशना साध रहा है।