अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान आज सत्ता पक्ष व विपक्ष ने कसी कमर
लोकसभा में शुक्रवार को मोदी सरकार का पहला टेस्ट है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जोरदार बहस की उम्मीद है। 2003 के बाद पहली बार केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया है;
नई दिल्ली। लोकसभा में शुक्रवार को मोदी सरकार का पहला टेस्ट है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जोरदार बहस की उम्मीद है। 2003 के बाद पहली बार केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया है। उम्मीद है कि सरकार इस टेस्ट में पास हो जाएगी, लेकिन इससे पहले दोनों खेमों में तैयारियां जोरशोर से चल रहीं हैं। गुरुवार सुबह जहां सोनिया गांधी के घर कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी (सीपीपी) की बैठक हुई, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी मंत्रियों से मुलाकात की है। उधर भाजपा अध्यक्ष भी अपने रूठे सहयोगियों को मनाने में जुट गए हैं। ज्ञात हो कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने बुधवार को ही अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी के पूरे संकेत दे दिए थे।
सोनिया गांधी ने अपने बयान से संख्याबल पर आश्वस्त दिख रही सरकार पर दबाव बनाते हुए कहा था कि कौन कहता है कि यूपीए के पास नंबर नहीं है? इसी रणनीति को और धार देने के लिए सीपीपी की बैठक हुई है। शुक्रवार को होने वाले संख्याबल पर शाम 6 बजे वोटिंग होगी।
मोदी सरकार के पक्ष में उतरे शत्रुघ्न सिन्हा
उधर मोदी सरकार की खिलाफत करते रहे भाजपा के पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पहली बार सरकार के पक्ष में उतर आए हैं। खबरों के मुताबिक,भाजपा सांसद ने फैसला किया है कि वह संसद के मॉनसून सत्र में विपक्ष द्वारा एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करेंगे।
शिवसेना अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ करेगी मतदान
वहीं मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर अपने रुख को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लगाते हुए शिवसेना ने आज स्पष्ट कर दिया कि वह शुक्रवार को लोकसभा में प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेगी।
उधर, भाजपा अपने संख्याबल को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है और उसने अपने सांसदों को थ्री लाइन विप जारी कर रखा है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को संख्याबल से पछाड़ मोदी सरकार विधानसभा चुनावों से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाते हुए जीत का संदेश देना चाहती है।