उत्तर प्रदेश में पुलिस की कार्रवाई शर्मनाक: मायावती
पिछले दो दिन से कांग्रेस और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमलावर रही बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना की;
लखनऊ । पिछले दो दिन से कांग्रेस और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमलावर रही बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना की और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाये।
सुश्री मायावती ने आज लगातार दो ट्वीट किये । उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर राज्य में हुये प्रदर्शन को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। मायावती ने कहा कि पुलिस ने बिना जांच प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की। पुलिस की कार्रवाई शर्मनाक और निंदनीय है। राज्य सरकार तुरंत निर्दोषों को रिहा करे। पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
1. यू.पी. में CAA/NRC के विरोध में किये गये प्रदर्शनों में बिना जाँच-पड़ताल के ही विशेषकर बिजनौर, सम्भल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोज़ाबाद व अन्य और ज़िलों में भी जिन निर्दोषों को जेल भेज दिया है, जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है, यह अति-शर्मनाक व निन्दनीय है।
मायावती ने दूसरे ट्वीट में कहा कि - यूपी में सीएए और एनआरसी के विरोध में किए गए प्रदर्शनों में बिना जांच-पड़ताल के ही विशेषकर बिजनौर, सम्भल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोज़ाबाद व अन्य और जिलों में भी जिन निर्दोषों को जेल भेज दिया है, जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है, यह अति-शर्मनाक व निंदनीय है।
2. यूपी सरकार इनको तुरन्त छोड़े व इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी भी मांगनी चाहिये। साथ ही, इसमें जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है, राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद भी जरूर करनी चाहिये। बी.एस.पी. की यह माँग है।
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार को अपनी गलती के लिये माफी मांगनी चाहिये ,जिन निर्दोष की मौत हुई है उनके परिवार को न्यायोचित मदद करनी चाहिये ।बीएसपी की यह मांग है ।
3. लेकिन ऐसे में अब इस पूरे राज्य-स्तरीय प्रकरण की न्यायिक जाँच होना बहुत जरूरी है। इसकी माँग हेतु माननीया गर्वनर को एक लिखित ज्ञापन भी बी.एस.पी. प्रतिनिधिमण्डल द्वारा कल दिनांक 6 जनवरी को प्रातः 11 बजे राजभवन में दिया जायेगा।