पीएम मोदी ने चौथी बार तिरंगा फहराया
नरेंद्र मोदी ने आज चौथी बार ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया;
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चौथी बार ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। रंगारंग समारोह के लिए लाल किले को दुल्हन की तरह सजाया गया था।
सफेद पायजामे, पीले रंग के कुर्ते और रंग-बिरंगी पगड़ी में मोदी पहले राजघाट पहुँचे। वहाँ उन्होंने महात्मा गाँधी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद वह लाल किला पहुँचे। राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी के बीच उन्होंने लाल किले के प्राचीर पर ध्वजारोहण किया। इससे पहले समारोह स्थल पहुँचने पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली, रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे तथा रक्षा सचिव संजय मित्रा ने लाल किले के लाहौरी गेट पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
रक्षा सचिव ने प्रधानमंत्री से दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरावने का परिचय कराया। दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) प्रधानमंत्री को सलामी स्थल तक ले गये, जहाँ सेना तथा पुलिस ने सयुंक्त रूप से प्रधानमंत्री को सलामी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सम्मान गारद का निरीक्षण किया। सम्मान गारद दल में थल सेना, वायु सेना, नौ सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 24-24 सैन्यकर्मी शामिल थे।
सम्मान गारद दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल धीरज सिंह ने किया। प्रधानमंत्री सुरक्षा के सैन्य दल का नेतृत्व मेजर सौरभ गोस्वामी कर रहे थे। लेफ्टिनेंट कमांडर वी.वी. कृष्णन भारतीय नौसेना दल का और स्कवाड्रन लीडर सलिल शर्मा वायुसेना दल का नेतृत्व सँभाले हुये थे। एसीपी अंकित चौहान ने दिल्ली पुलिस दल का नेतृत्व किया। सम्मान गारद का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर प्रस्थान कर गये। वहाँ उनका स्वागत रक्षा मंत्री अरुण जेटली, रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे, थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीडी धन्वा और नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा ने किया।
दिल्ली क्षेत्र के जनरल कमांडिंग ऑफिसर प्रधानमंत्री को राष्ट्र ध्वज के मंच तक लेकर गये। मंच पर पहुँचते ही श्री मोदी ने सबसे पहले मंच के सामने और दोनों तरफ हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया और उनका अभिवादन स्वीकार किया।
तिरंगा फहराने के साथ ही जन-गण-मन की धुन के बीच 2281 फील्ड रेजीमेंट द्वारा 21 तोपों की सलामी दी गयी। इस दौरान थल सेना, वायु सेना, नौ सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 32-32 सैन्यकर्मियों के दलों ने राष्ट्रीय सलामी दी। इंटर सर्विस गार्ड और पुलिस गार्ड का नेतृत्व भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल साकेत भारद्वाज, नौसेना दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर एम.वाई.बी. तेजस, थल सेना दल का नेतृत्व मेजर जेरी मैथ्यू, वायु सेना दल का नेतृत्व स्क्वार्डन लीडर रवि तोमर तथा दिल्ली पुलिस दल का नेतृत्व अपर डीसीपी राजीव रंजन कर रहे थे।
गढ़वाल राइफल रेजीमेंट सेंटर के सैन्य बैंड का नेतृत्व सूबेदार मेजर भास्कर सिंह रावत ने किया। प्रधानमंत्री के सलामी मंच के दोनों ओर कैप्टन मो. हसीब खान और ले. विनय बधवार तैनात थे जबकि लेफ्टिनेंट कर्नल कंचन कुल्हारी ने ध्वजारोहण में प्रधनमंत्री की सहायता की। प्रधानमंत्री का भाषण 55 मिनट तक चला।
एक बार फिर राष्ट्रगान के बाद प्रधानमंत्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। मंच के दोनों तरफ मौजूद विशिष्ट अतिथियों का भी उन्होंने अभिवादन किया। समारोह स्थल से रवाना होते समय वह स्कूली बच्चों से मिलना, उनके साथ फोटो खिंचवाना तथा हाथ हिलाकर आम लोगों का अभिवादन करना नहीं भूले।