पीएम मोदी ने किया समुद्री क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूरी दुनिया को भारत आने और समुद्री क्षेत्र के प्रति इसकी गंभीरता को देखते हुए इसके विकास पथ का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया;
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूरी दुनिया को भारत आने और समुद्री क्षेत्र के प्रति इसकी गंभीरता को देखते हुए इसके विकास पथ का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मैरीटाइम इंडिया समिट 2021 को संबोधित करते हुए, मोदी ने समुद्री क्षेत्र पर अपना ध्यान केंद्रित करने के साथ इसे दुनिया की अग्रणी ब्लू इकॉनमी के रूप में बदलने के लिए भारत के दृष्टिकोण को व्यक्त करते हुए स्पष्ट आह्वान किया।
पीएम मोदी ने मंगलवार को यहां तीन दिन तक चलने वाले 'मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन 2021' का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुभारंभ करते हुए कहा कि भारतीय सभ्यताएं देश के विशाल समुद्री तटों पर फली फूली है जिसने हमारे समृद्ध समुद्री इतिहास को हजारों सालों से समुद्र तटों के जरिए दुनिया से जोड़े रखा है इसलिए इस परंपरा को अब पूरी ताकत के साथ और अधिक समृद्ध बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समुद्री उत्पादों के भरपूर इस्तेमाल के जरिये देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है और इसके लिए समुद्री क्षेत्रों का तेजी से विकास किया जा रहा है। इस क्रम में सागरमाला जैसी परियोजनाएं 2016 में आरंभ की गयी जिनके माध्यम से बंदरगाहों को भूभाग से जोड़ने की महत्वकांक्षी योजना चलाकर बंदरगाहों का तेजी से विकास किया जा रहा है। मैरिटाइम क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे कई योजनाओं पर काम चल रहा है।
शिखर सम्मेलन का आयोजन पोत परिवहन एवं जल मार्ग मंत्रालय कर रहा है जिसमें 24 देशों के 20 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। डेनमार्क सम्मेलन का सहयोगी देश है। सम्मेलन में 115 समुद्री क्षेत्रों के विशेषज्ञ अंतरराष्ट्रीय वक्ता हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना और देश को समुद्री उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार न सिर्फ समुद्री उत्पादों का भरपूर इस्तेमाल करने पर जोर दे रही है बल्कि इसके माध्यम से समुद्री तटों के विकास के साथ ही रोजगार की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है। सरकार का मक़सद समुद्री क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना है।
उन्होंने कहा कि सरकार जल परिवहन भी ध्यान दे रही है और 2030 तक 23 जलमार्गों का विकास किया जाएगा। उनका कहना था कि जलमार्ग यातायात की सस्ती सुविधा होने के साथ ही पर्यावरण के भी अनुकूल है इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। जलमार्ग के जरिये बंगलादेश, म्यामार, भूटान तथा नेपाल जैसे पड़ोसी देशों के साथ व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में सी प्लेन जैसी योजनाएं भी आरंभ की जा रही है जिनके जरिये आसानी से लोगों की आवाजाही हो सकती है। उन्होंने कहा कि देश के कई स्थानों पर सी प्लेन योजना को संचालित करने की तैयारी चल रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जहाजों के निर्माण और उनकी मरम्मत के काम पर भी ध्यान दे रही है । बंदरगाहों को आधुनिक बनाया जा रहा है और इससे जहाजों के आवाजाही के समय की बचत हो रही है।