सीयू में जुटेंगे देश भर के पादप व सूक्ष्मजीव वैज्ञानिक
गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा वनस्पति विषय के महत्त्वपूर्ण विषय श्प्लांट एंड माइक्रोबियल प्रोडक्ट्सरू प्रोग्रेसए पोटेंसियल एंड आईपीआर इस्सुसश् पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय;
बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा वनस्पति विषय के महत्त्वपूर्ण विषय श्प्लांट एंड माइक्रोबियल प्रोडक्ट्सरू प्रोग्रेसए पोटेंसियल एंड आईपीआर इस्सुसश् पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 7 से 9 फ़रवरी तक किया जावेगा। इस संगोष्ठी को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली ए भारत सरकार द्वारा मंजूरी मिली है।
इस संगोष्ठी के समन्वयक वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस के शाही हैण् उन्होंने बताया कि इस संगोष्ठी के दौरान विभिन्न तथ्यों पर भारत के विभिन्न शोधार्थियों एवं वैज्ञानिकों के द्वारा इस विषय पर अपने अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगेण् पादप एवं सूक्ष्मजीव महत्वपूर्ण होते है क्योकि वे हमें भोजनए आवासए औषधिए जीवन के लिए शुद्ध वायुए स्वच्छ वातावरण मनुष्य के दैनिक जीवन के लिए प्रदान करती हैण् वर्तमान समय में पादप एवं सूक्ष्मजीवो के तकनीक का उपयोग नए तथा रचनात्मक कार्यो जैसे प्लास्टिक एवं औषधि के साथ साथ फसलो में होने वाली बीमारियों विशेषत: कृषि क्षेत्रो में कीटो के रोकथाम एवं न्युट्रास्युटिकल में प्रयोग की जा रही है।
इसके अलावा अन्य प्राकृतिक विज्ञान क्षेत्र जो कि शीघ्रता के साथ उभर कर सामने आ रहे हैए वह सूक्ष्मजीवो के जैविक उपयोग द्वारा चिकित्साए कृषिए कीटनाशकए जैव उर्वरकए न्युट्रास्युटिकल और अन्य क्षेत्रो में उपयोग किया जा रहा हैण् इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य नए अविष्कार तथा नवीन क्रियाओ के निर्माण पर प्रकाश डालना है जो कि पादप एवं सूक्ष्मजीवो द्वारा अनेक अनुप्रयोगों से मानव कल्याण में सहायक है।
इस संगोष्ठी में देश के विभिन्न क्षेत्रो के विषय विशेषज्ञ एवं शोधार्थियों के द्वारा पादप एवं सूक्ष्मजीवो पर आधारित तकनीको एवं उनके उत्पाद निर्माण पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगेण् इस संगोष्ठी में शोधार्थी अपने शोध पत्रों के पोस्टर एवं मौखिक व्याख्यान के द्वारा निम्नलिखित विषयों पर प्रस्तुत करेंगे।
ये विषय है पौधों द्वारा निर्मित उपयोगी उत्पाद सूक्ष्मजीवों द्वारा निर्मित उपयोगी उत्पादय नवीन औषधीय तथा सुंगंधित पादपो पर आधारित शोधय पौधे से औषधीय एवं टीका का मानव कल्याण हेतु विकास य सूक्ष्मजीवों पर आधारित आणविक कृषि एवं निर्माण, पादप सूक्ष्मजीवो एवं नैनो.प्रोद्यागिकीय जैव.भार, जैव.उर्जा एवं जैव. इंधन पर आधारित शोधय पर्यावरण शुद्धिय आनुवंशिकी अभियांत्रिकी, जैव विविधता के उपयोग एवं इसके संरक्षण तथा बौद्धिक सम्पदा अधिकार।