उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान के बिजली विभाग में भी हुआ पीएफ घोटाला

उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी बिजली विभाग के कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे का घोटाला प्रकाश में आया है;

Update: 2019-11-08 13:33 GMT

- कुमार पंकज

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी बिजली विभाग के कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे का घोटाला प्रकाश में आया है। इस घोटाले को लेकर प्रदेश सरकार के शीर्ष नेताओं और अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से उत्तर प्रदेश में कर्मचारी भविष्य निधि का पैसा दीवान हाउसिंग फायनेंस कंपनी में निवेश करने का निर्णय लिया गया। उसी तर्ज पर साल 2012—13 में भी राजस्थान विद्वुत प्रसारण निगम लिमिटेड ने कर्मचारियों के भविष्य निधि का 93.80 करोड़ रुपये का निवेश एक निजी कंपनी में किया था। सूत्रों का कहना है कि निवेश के बाद इस पैसे से उस समय के तत्कालीन कंपनी के अधिकारियों ने गोवा में जाकर जश्न भी मनाया था जिसमें राज्य सरकार के कई अधिकारी भी शामिल थे।

गौरतलब है कि साल 2012—13 में अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री थे। उस समय में दक्षिण भारत में रजिस्टर्ड इस कंपनी में निवेश के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा लगाया गया। गहलोत सरकार के बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ और वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की सरकार बनी। लेकिन राजे सरकार ने भी इस प्रकरण पर कोई खास तव्ज्जों नहीं दिया। राजे सरकार बनने के बाद यह कंपनी जुलाई 2014 में फेल हो गई और कर्मचारियों का पैसा पूरी तरह से डूब गया।

आज जब उत्तर प्रदेश में इस तरह का मामला प्रकाश में आया है तो उस समय के तत्कालीन अधिकारियों के बीच हडकंप मच गया है। प्रदेश सरकार से जुड़े एक वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हुए घोटाले के खुलासे के बाद से प्रदेश के अधिकारी डरे हुए हैं। इस संबंध में जब प्रदेश के बिजली मंत्री बीडी कल्ला से संपर्क साधा गया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।

Full View

Tags:    

Similar News